गौतमबुद्ध नगर/नई दिल्ली। पंजाब टेक्निकल कॉलेज की ओर से खेलते हुए भवतेग गिल ने स्कीट शूटिंग (पुरुष) में कांस्य पदक जीता है। उन्होंने भी अपने पिता जी खेलते हुए देखा और इस गेम्स की ओर आ गए। 2016 में भवतेग ने खेल की दुनिया मे कदम रखा और आज उनकी झोली में कई मेडल है।
13 साल की उम्र में शुरू कर दिया था खेलना – भवतेग गिल
“खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, उत्तर प्रदेश 2022” में दूसरी बार भागीदारी कर रहे हैं। इससे पहले उनके खाते में नेशनल मेडल भी है । वह बताते हैं कि कभी भी पिता जी की ओर से खेलने का दवाब नही रहा है लेकिन उनके पाप खुद स्कीट खिलाड़ी रहे हैं तो एक तरह से मेंटल प्रेसर जरूर बना रहता है।पर दूसरी ओर उनके खेल की तकनीक के बारे में जानने का ज्यादा मौका मिलता है जो इस खेल में मदद करता है। उनके पिता गुरविंदर गिल स्कीट के अच्छे प्लेयर है।
ओलंपिक पदक जितना है, देश का नाम रोशन करना है
भवतेग बताते हैं कि यह गेम बहुत ही “टफ” गेम है। बहुत ज्यादा मेहनत की जरूरत होती है इसमें। लेकिन आपने ठीक स्व मेहनत की तो सफलता जरूर मिलेगी। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स , उत्तर प्रदेश 2022 के आयोजकों का इंतजाम बहुत बेहतरीन है। क्लास की व्यवस्था की है , इन लोगों ने। खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने वाला इंतजाम है।