लखनऊ। सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप), लखनऊ ने मलेरिया रोधी पौधे आर्टीमिसिया एनुआ की खेती व प्रसंस्करण की तकनीकी को मेसर्स सत्त्व वेद नेचर्स ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई की एक कंपनी के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
सीएसआईआर-सीमैप के प्रशासनिक अधिकारी नरेश कुमार व मेसर्स सत्त्व वेद नेचर्स ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक श्रेनिक मोदी ने किया । इसके बाद डॉ.प्रबोध कुमार त्रिवेदी (निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप, लखनऊ) व मेसर्स सत्त्व वेद नेचर्स ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई के निदेशक श्री श्रेनिक मोदी के बीच समझौता पत्र को विनिमय किया गया।
अनुबंध के अंतर्गत कंपनी के प्रतिनिधि सीएसआईआर-सीमैप के सहयोग से आर्टीमिसिया के उच्च गुणवत्ता वाले बीज सिम-संजीवनी द्वारा खेती व शाक से आर्टीमिसिनिन तत्व निकालने की तकनीकी का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
इस अवसर पर निदेशक डॉ.प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने बताया कि यह पौधा मुख्यतः चीन मे प्राकृतिक रूप से पाया जाता है जिसके कारण चीन इस पौधे से आर्टीमिसिनिन तैयार कर दूसरे देशों को निर्यात करता था। भारत भी चीन पर निर्भर था, परंतु सीएसआईआर-सीमैप द्वारा इस पौधे पर अनुसंधान कर एक नयी प्रजाति का विकास किया गया।
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इससे अधिक मात्रा मे आर्टीमिसिनिन तत्व प्राप्त होता है। इस तत्व का उपयोग दिमागी बुखार की दवा बनाने मे किया जाता है। यह एक पौधा दिमागी बुखार के मरीजों के लिए जीवनदायी साबित हो रहा है। मेसर्स सत्त्व वेद नेचर्स ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई के निदेशक श्रेनिक मोदी ने बताया की कंपनी द्वारा किसानों के साथ अनुबंध कर कांट्रैक्ट बेसिस पर आर्टीमिसिया की खेती कराई जाएगी।
किसानों द्वारा उत्पादित शाक को निर्धारित मूल्य पर कंपनी द्वारा क्रय किया जाएगा जिससे किसानों को भी अधिक लाभ होगा। इस अवसर पर सीएसआईआर-सीमैप के डॉ.एके गुप्ता, डॉ.सुदीप टंडन, डॉ.संजय कुमार, डॉ.रमेश कुमार श्रीवास्तव (प्रमुख, व्यापार विकास), डॉ.राम सुरेश शर्मा, नरेश कुमार (प्रशासनिक अधिकारी) व मेसर्स सत्त्व वेद नेचर्स ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई के निदेशक डॉ.डीसी जैन व डॉ. अल्का डंगेश आदि उपस्थित रहे।