लखनऊ। सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप), लखनऊ ने रिलेक्सोमैप व सिम-केश हेयर ऑयल की तकनीक को मेसर्स आयुकार्ट प्राइवेट लिमिटेड, जयपुर को हस्तांतरित किया गया।
कंपनी ने लगभग एक महीने पहले सीएसआईआर-सीमैप से रिलेक्सोमैप व सिम-केश हेयर ऑइल की तकनीक लेने के लिए पत्राचार शुरू किया था। कंपनी सीमैप से रिलेक्सोमैप व सिम-केश हेयर ऑइल की तकनीकी को प्राप्त कर अपने नाम दिव्य आदिवासी हेयर ऑइल एवं रिलीज 24 के साथ इस उत्पाद को बाजार में उतारेगी।
मेसर्स आयुकार्ट प्राइवेट लिमिटेड, जयपुर से समझौता ज्ञापन पर किये हस्ताक्षर
इस रिलेक्सोमैप व सिम-केश हेयर ऑइल की विशेषता यह है कि दोनों उत्पाद सुगंधित तेलों के मिश्रण से बनाये गये हैं जिनके उपयोग से यूजर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है । रिलेक्सोमैप जोड़ों के दर्द व मसेल्स के खिचाव के दर्द में अत्यंत कारगर है।
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सिम-केश हेयर ऑइल सुगंधित तेलों के मिश्रण से बने होने के नाते बालों को चमकदार व गिरने से रोकने के साथ रूषी से भी सुरक्षा प्रदान करता है। इस समझौते पत्र पर मेसर्स आयुकार्ट प्राइवेट लिमिटेड, जयपुर के प्रतिनिधि रमेश कुमार एवं सीमैप के प्रशासनिक अधिकारी नरेश कुमार ने हस्ताक्षर किये।
कंपनी के प्रतिनिधि रमेश कुमार, डॉ संजय कुमार व धीरेन्द्र राठौर ने बताया कि रिलेक्सोमैप व सिम-केश हेयर ऑइल का उत्पादन मेसर्स आयुकार्ट प्राइवेट लिमिटेड, जयपुर में किया जायेगा । जिससे यह महत्वपूर्ण उत्पाद जन समूह को जल्दी से जल्दी बाजार में उपलब्ध हो सके।
सीमैप के डॉ रमेश कुमार श्रीवास्तव, प्रमुख व्यापार विकास ने बताया कि यह उत्पाद ज्यादातर सगंध एवं औषधीय पौधों से बने होते हैं और इस कंपनी ने उनके उत्पादन से देश में औषधीय एवं सगंध पौधों की खेती करने वाले किसानों को भी आर्थिक लाभ होगा। इस अवसर पर डॉ संजय कुमार एवं नरेश कुमार, प्रशानिक अधिकारी आदि उपस्थित थे।