प्रदेश के नगरों में ‘स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता’ 29 से

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लखनऊ: ‘स्वच्छ वार्ड – स्वस्थ उत्तर प्रदेश’ की अवधारणा को साकार करने और प्रदेश के नगरों को वैश्विक श्रेणी का बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन-नगरीय द्वारा सभी निकायों के वार्डों में ‘स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता’ की शुरुआत 29 नवम्बर से की जा रही है।

वार्डों में स्थापित स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के सहयोग से 06 प्रमुख इंडिकेटर्स में 1100 अंकों पर मूल्यांकन करते हुए यह प्रतियोगिता 05 दिसम्बर तक सभी वार्डों में करायी जाएगी, जिसका समापन प्रयागराज में ‘जन जागृति दिवस 2.0’ के आयोजन के दौरान स्वच्छ वार्डों को सम्मानित कर किया जायेगा।

निदेशक नगरीय निकाय अनुज कुमार झा ने कहा कि नगर विकास मंत्री एवं प्रमुख सचिव नगर विकास के निर्देशों के क्रम में प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए ही स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। स्वच्छ वार्ड से स्वच्छ उत्तर प्रदेश बनेगा, जो कि स्वच्छ भारत का आधार बनेगा।

निदेशक, नगरीय निकाय एवं मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) अनुज कुमार झा ने बताया कि प्रदेश के नगरीय निकायों के वार्डों में गठित ‘स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति’ द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण के मुख्य बिन्दुओं पर ‘स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता’ करायी जाएगी।

जिसमें समिति द्वारा वार्ड स्तर पर रख-रखाव एवं सौंदर्यीकरण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, वार्ड स्तरीय आई.ई.सी. गतिविधियां, वार्ड स्तर पर नागरिकों की भागीदारी, पार्कों, वेस्ट-टू-वंडर पार्क, घाट, शौचालय, बल्क वेस्ट जनरेटर्स, स्कूल की सफाई व्यवस्था आदि पर 29 नवम्बर से 05 दिसम्बर के मध्य मूल्यांकन किया जायेगा।

‘स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता’ के लिए आई.ई.सी. गतिविधियां करायी जाएंगी तथा निकाय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के अध्यक्षों व सदस्यों द्वारा सभी वार्डों का भ्रमण किया जायेगा। इसके उपरांत वार्डों का मूल्यांकन कराकर उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले वार्डों का चयन किया जायेगा। चयनित स्वच्छ वार्डों को 06 दिसम्बर को प्रयागराज में ‘जन जागृति दिवस 2.0’ के आयोजन के अवसर पर सम्मानित किया जायेगा।

इन इंडिकेटर्स पर होगा वार्ड स्तरीय मूल्यांकन :

स्वच्छ वार्डों के चयन के लिए स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति द्वारा विभिन्न इंडिकेटर्स पर मूल्यांकन किया जायेगा। जिसके उपरान्त प्रत्येक निकाय में 03 स्वच्छ वार्ड का चयन किया जाएगा।

1. वार्ड स्तर पर रखरखाव और सौंदर्यीकरण (200 अंक)

वार्ड में दिन में दो बार सफाई (सड़कें, बाजार, व्यावसायिक स्थान आदि) के लिए 50 अंक, वार्ड सौंदर्यीकरण (वाल पेंटिंग, हरियाली/वृक्षारोपण, अपशिष्ट उत्पादों से बनी वस्तुएं आदि) के लिए 50 अंक, जी.वी.पी., ब्लैक स्पॉट, रेड स्पॉट, येलो स्पॉट का उन्मूलन के लिए 50 अंक और वार्ड स्तर की गतिविधियों पर डीसीसीसी आधारित निगरानी तंत्र के लिए 50 अंक रखे गए हैं।

2. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (400 अंक)

वार्डों में डोर-टू-डोर कलेक्शन के लिए 50 अंक, स्रोत पर अपशिष्ट पृथक्करण के लिए 50 अंक, वार्ड स्तर पर प्लास्टिक प्रतिबंध का कार्यान्वयन के लिए 50 अंक, सामुदायिक व घरेलू खाद निर्माण के लिए 100 अंक, थ्री आर (कम करें, पुनः उपयोग करें, पुनः चक्रित करें) सिद्धांत का कार्यान्वयन के लिए 100 अंक और वार्ड स्तर पर कचरा प्रबंधन (कूड़ेदान, स्थानांतरण स्टेशन) के लिए 50 अंक निर्धारित किये गए हैं।

3. वार्ड स्तर पर आई.ई.सी. अभियान (100 अंक)

वार्डों के प्रमुख स्थानों पर आईईसी सामग्री का प्रदर्शन के लिए 25 अंक, नागरिकों के साथ नियमित आउटरीच कार्यक्रम (ऑफलाइन/सोशल मीडिया) के लिए 50 अंक, जिंगल, 1533, आईईसी सामग्री का प्रदर्शन (सीटी, पीटी, पार्क आदि में) के लिए 25 अंक रखे गए हैं।

4. वार्ड स्तर पर जनभागीदारी (200 अंक)

वार्डों में गठित स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति की सक्रियता के लिए 50 अंक, प्रमुख स्थानों पर स्वछता संबंधी फीडबैक की व्यवस्था के लिए 50 अंक, प्लास्टिक प्रतिबंध के संबंध में रैली व अन्य कार्यक्रम के लिए 50 अंक, वहीं ब्रांड एंबेसडर, स्वच्छ योद्धा, बेस्ट प्रैक्टिसेस व रील्स के 50 अंक निर्धारित किये गए हैं।

5. पार्क, वेस्ट टू वंडर पार्क, घाट, शौचालय, होटल, स्कूलों की सफाई और सौंदर्यीकरण (100 अंक)

वार्डों में स्वच्छता संबंधी गतिविधियां के लिए 50 अंक, नागरिक सहभागिता गतिविधियां के लिए 25 अंक, पौधारोपण और हरियाली बढ़ाने की गतिविधियां के लिए 25 अंक निर्धारित किया गया है।

6. स्वच्छ शौचालय अभियान (100 अंक)

वार्डों में शौचालयों की नियमित सफाई के लिए 25 अंक, ब्रांडिंग और सौंदर्यीकरण के लिए 25 अंक, बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के लिए 25 अंक और रजिस्टर में रिकॉर्ड का रखरखाव के लिए 25 अंक निर्धारित किया गया है।

निकायों को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के लिए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर करायी जा रही वार्ड स्तरीय प्रतिस्पर्ध, प्रदेश को स्वच्छ बनाने में महत्वपूर्ण होगी। जिससे स्वच्छता, सुन्दरता, सुरक्षा और स्वस्थ वातावरण से प्रदेश के नगरों को वैश्विक श्रेणी में स्थापित करने में सहायता मिलेगी।

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