समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों पर रंगप्रेमियों को सोचने पर किया विवश

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लखनऊ। शहर की प्रतिष्ठित नाट्य संस्था सवेरा फाउंडेशन की ओर से हास्य-व्यंग्य का नाटक ‘क्रिटिकल बट स्टेबल’ का प्रभावी मंचन हुआ। नाट्य मंचन उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी गोमती नगर के वाल्मीकि रंगशाला में हुआ। नाटक का लेखन पियरे मार्टिनेज व निर्देशन अनुराग शुक्ला शिवा ने किया।

सवेरा फाउंडेशन की ओर से नाटक ‘क्रिटिकल बट स्टेबल’ का मंचन

नाट्य मंचन के पहले वरिष्ठ नाट्यकर्मी अनिल मिश्र गुरु जी को सवेरा फाउंडेशन के मुखिया श्रीपाल गौड़, संजय त्रिपाठी सहित अन्य पदाधिकारियों ने उनके उत्कृष्ट सामाजिक योगदान के लिए सम्मानित किया। नाटक का शीर्षक, क्रिटिकल बट स्टेबल, राज की शारीरिक स्थिति को संदर्भित करता है वह अपनी हालत की गंभीर प्रकृति के बावजूद स्थिर है।

संगीत नाटक अकादमी गोमती नगर के वाल्मीकि रंगशाला में हुआ

रेसिंग बाइक पर एक दुर्घटना के बाद ‘राज’ गहरे कोमा में है। उसके लंबे समय से खोए हुए रिश्तेदारों को उसके बिस्तर के पास यह निर्णय लेने के लिए बुलाया जाता है कि क्या करना है और लंबे समय तक चिकित्सा हस्तक्षेप से बचना है। वे निश्चित नहीं हैं कि क्या करें- क्योंकि उन्हें वास्तव में उतनी परवाह नहीं है और निपटने के लिए उनकी अपनी समस्याएं हैं।

और फिर भाई की जीवन साथी मानी जाने वाली महिला आगे आती है और दुर्घटना की परिस्थितियों के बारे में अधिक जानकारी देती है। लेकिन यह सामूहिक निर्णय तब और भी कठिन हो जाता है जब मरीज वैसा नहीं निकलता जैसा सबने सोचा था। और राज एक ऐसा रहस्य जानता जो हर किसी को बेहद अमीर बना सकता है।

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यह नाटक पारिवारिक गतिशीलता, व्यक्तिगत असुरक्षा और जीवन की बेतुकीता जैसे गंभीर विषयों को संबोधित करने के लिए हास्य का उपयोग करता है।

तेज गति वाले संवाद, गलतफहमियों और शारीरिक कॉमेडी के माध्यम से, यह नाटक पात्रों द्वारा सामना की जाने वाली महत्वपूर्ण परिस्थितियों और उनके जीवन के स्थिर पहलुओं के बीच तनाव को उजागर करता है। नाटक में अहम भूमिका अभिषेक सिंह, शिवानी गुप्ता, अनुराग शिवा, तरूण यादव, शशांक मिश्र, काव्या मिश्रा और संजय त्रिपाठी ने निभायी।

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