लखनऊ : सीएसआईआर-सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीडीआरआई) लखनऊ ने इस वर्ष के भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव पर एक व्यापक सार्वजनिक आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया। इस वर्ष के भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव की थीम: ‘’अमृत काल में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की सार्वजनिक पहुँच (आउटरीच)’’ है।
सीडीआरआई ने सीतापुर, बाराबंकी और लखनऊ के स्कूलों में आयोजित किया आउटरीच प्रोग्राम
आईआईएसएफ-2023 की प्रस्तावना के रूप में यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के तीन अलग-अलग जिलों के पांच स्कूलों में हुआ, जहां सीडीआरआई के वैज्ञानिकों की समर्पित टीमें छात्रों के साथ संवादात्मक एवं शैक्षणिक तरीके से जुड़ीं।
सीएसआईआर-सीडीआरआई की निदेशक डॉ. राधा रंगराजन ने इस पहल के लिए अपनी खुशी एवं उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने पब्लिक आउटरीच के लिए वैज्ञानिकों की विभिन्न टीमों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया, जिन्होंने जिलों के पांच अलग-अलग स्कूलों का दौरा किया एवं विज्ञान को छात्रों के दिलों के करीब लाया।
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) विज्ञान भारती के सहयोग से भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की एक पहल है। यह महोत्सव 17 से 20 जनवरी, 2024 तक हरियाणा के फरीदाबाद में आयोजित होने वाला है।
आईआईएसएफ का प्राथमिक लक्ष्य विज्ञान का जश्न ऐसे तरीके से मनाना है जो सभी के लिए सुलभ एवं आनंददायक हो जिससे वैज्ञानिक साक्षरता को बढ़ावा देना एवं एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
प्रत्येक स्कूल मे वैज्ञानिकों की एक प्रतिष्ठित टीम गई जिसने छात्रों के बीच वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा देने का कार्ये किया। पहला स्कूल पीएम केंद्रीय विद्यालय, आईआईएम लखनऊ था, जहां टीम में डॉ. संजीव यादव, डॉ. दिव्या सिंह, इंजीनियर रणवीर सिंह, शक्ति प्रकाश, अनामिका एवं श्रेया शामिल थे जिन्होने छात्रों एवं शिक्षकों के साथ बातचीत की।
पीएम केन्द्रीय विद्यालय सीआरपीएफ बिजनौर की टीम में डॉ. मृगांक श्रीवास्तव, डॉ. किंशुक के. श्रीवास्तव, डॉ. सी.पी. पांडे, अशोक शामिल थे। बख्शी का तालाब शासकीय इंटर कॉलेज लखनऊ, बीकेटी, लखनऊ टीम के सदस्य डॉ. संजीव के शुक्ला, डॉ. रवि शंकर भट्टा, विभेंदु, अनुष्का, मुस्कान, मान सिंह शामिल थे।
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, बाराबंकी में डॉ. विनीता त्रिपाठी, डॉ. शुभा शुक्ला, डॉ. ऋचा पांडे, पीटीओ रवींद्र लोंढे, नितिन तिवारी एवं दो रिसर्च स्कॉलर शामिल थे।
वहीं पांचवी टीम पं. दीन दयाल उपाध्याय गवर्नमेंट मॉडर्न इंटर कॉलेज जैजोर सीतापुर पहुंची, जिस टीम में डॉ. अनिल गायकवाड़, डॉ. एसआर कुलकर्णी, डॉ. बैसाखी मोहराना, नीलेश खेंडेलवाल, अमरनाथ एवं काज़िम रज़ा शामिल थे।
अपने दौरे के दौरान, वैज्ञानिकों ने न केवल छात्रों को आगामी भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के बारे में जानकारी दी, बल्कि उन्हें रचनात्मक एवं नवीन तरीके से विज्ञान का पता लगाने और उससे जुड़ने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
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इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करना, रचनात्मकता को बढ़ावा देना एवं वैज्ञानिक साक्षरता को बढ़ावा देना था, साथ ही छात्रों को एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना था।
सीडीआरआई टीमों ने औषधि अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में संस्थान के काम के बारे में जानकारी साझा की, जिससे छात्रों को वैज्ञानिक अनुसंधान की रोमांचक दुनिया की एक झलक मिली।
छात्रों के बीच एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें मैत्रीपूर्ण प्रतिस्पर्धा का तत्व जोड़ा गया जिससे विज्ञान को सरल रूप मे समझा जा सकता है। क्विज़ प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
सीडीआरआई का आउटरीच कार्यक्रम एक शानदार सफलता थी, जिसने युवा दिमाग पर एक अमिट छाप छोड़ी एवं अगली पीढ़ी के वैज्ञानिकों को प्रेरित किया।