लखनऊ : भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर तीसरे जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में, सीएसआईआर-सेंट्रल ड्रग्स रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीडीआरआई) लखनऊ ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, कुम्हरावां, बख्शी का तालाब, लखनऊ में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।
सीडीआरआई की एक टीम ने स्कूल में जाकर कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन किया। जिज्ञासा समन्वयक डॉ. संजीव यादव और प्रधान वैज्ञानिक डॉ. श्रीपति आर कुलकर्णी के नेतृत्व वाली टीम के साथ-साथ संस्थान के चार अन्य स्टाफ सदस्यों का उद्देश्य वंचित ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाओं को अपने जीवन में प्रगति करने के लिए प्रेरित करना था।
डॉ. संजीव यादव ने बालिकाओं को प्रोत्साहित एवं प्रेरित करने के उद्देश्य से बताया कि, देश की 15वीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जो पिछड़े आदिवासी समुदाय से होने के बावजूद अटूट समर्पण और कड़ी मेहनत से सर्वोच्च पद तक पहुंचीं हैं।
उन्होंने भारत के राष्ट्रपति और अन्य सफल महिला नेताओं के अनुकरणीय जीवन से प्रेरणा लेते हुए चुनौतियों पर काबू पाने और उत्कृष्टता हासिल करने के महत्व पर जोर दिया।
डॉ. संजीव ने बालिकाओं को अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की, साथ ही सीडीआरआई में विकसित दवाओं के बारे में जानकारी भी साझा की।
स्वास्थ्य जागरूकता पर जोर देने का उद्देश्य वंचित ग्रामीण बालिकाओं को ज्ञान के साथ साथ स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाना है जो उनके समग्र कल्याण में सहायक सिद्ध होगा।
इसके अलावा, डॉ. श्रीपति कुलकर्णी ने बच्चों के बीच शिक्षा और करियर में उन्नति के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने न केवल उन्हें बौद्धिक रूप से कार्यक्रम में सम्मिलित किया बल्कि उनको शैक्षिक और व्यावसायिक यात्राओं में सफलता के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करने और प्रेरित करने का भी प्रयास किया।
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रवीद्र, नितिन और अमर ने प्रतिभागियों के बीच प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की और विजेताओं को पुरस्कार मिला तथा अन्य प्रतिभागियों को सांत्वना उपहार मिले।
केजीबीवी की प्रधानाचार्या ममता सिंह ने बालिकाओं को प्रेरित करने के लिए टीम सीडीआरआई द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना की तथा अन्य शिक्षक एवं कर्मचारियों ने भी कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।