लखनऊ : ट्रांसलेशनल लेक्चर श्रृंखला के तहत, सीएसआईआर- केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान ने वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सफदरजंग, नई दिल्ली की बाल रोग विशेषज्ञ और मातृ-नवजात शिशु गहन देखभाल इकाई की प्रभारी डॉ. सुगंधा आर्या का स्वागत किया।
सीडीआरआई में तत्काल कंगारू मदर केयर और मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट” पर व्याख्यान आयोजित
डॉ. आर्या ने “तत्काल कंगारू मदर केयर और मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट: साक्ष्य से व्यवहार तक की यात्रा” विषय पर एक व्याख्यान दिया। डॉ. आर्या ने भारत में तत्काल कंगारू मदर केयर (iKMC) अध्ययन की नैदानिक अन्वेषक के रूप में अपने कार्य पर प्रकाश डाला, जिसने नवजात शिशु देखभाल तकनीक में क्रांति ला दी है।
आईकेएमसी, स्तनपान को बढ़ावा देता है एवं मां-बच्चे के रिश्ते को मजबूत करता है: डॉ. आर्य
उन्होंने ऐसे ठोस साक्ष्य प्रस्तुत किए, जो दिखाते हैं कि जन्म के तुरंत बाद शुरू की गई iKMC तकनीक शिशु के जीवित रहने की दर को बढ़ाती है, यह तकनीक विशेष रूप से स्तनपान को प्रोत्साहित करती है और मां-बच्चे के संबंध को मजबूत बनाती है।
डॉ. आर्या ने स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट्स (MNCU) को शामिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जहां मां अपने नवजात शिशुओं के साथ विशेष सुविधाओं में रह सकती हैं और सतत त्वचा से त्वचा की देखभाल प्रदान कर सकती हैं।
उन्होंने कहा, “साक्ष्य से व्यवहार तक की यात्रा आसान नहीं रही है, लेकिन नवजात शिशु के जीवित रहने पर इसका प्रभाव गहरा है। इन तकनीक ने यह सिद्ध किया है कि यह नवजात मृत्यु दर को कम करती हैं और समय से पहले जन्मे एवं कम वजन वाले शिशुओं के लिए दीर्घकालिक परिणामों में सुधार करती हैं।”
इस व्याख्यान की अध्यक्षता सीएसआईआर-सीडीआरआई की निदेशक डॉ. राधा रंगराजन ने की। उन्होंने नवजात स्वास्थ्य में तत्काल कंगारू मदर केयर (iKMC) की परिवर्तनकारी क्षमता को उजागर करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया विशेष रूप से संसाधन-विहीन परिस्थितियों में शिशु जीवन को बचाने में सहायक है।
डॉ. राधा रंगराजन ने डॉ. आर्या के योगदान की सराहना करते हुए कहा, “डॉ. आर्या जैसे अग्रणी वैज्ञानिकों का कार्य वैज्ञानिक अनुसंधान और वास्तविक जीवन में अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटता है। यह नवजात शिशुओं के लिए जीवन रक्षक उपाय प्रदान करता है और सीएसआईआर-सीडीआरआई के प्रभावशाली ट्रांसलेशनल अनुसंधान को बढ़ावा देने के मिशन के साथ पूरी तरह मेल खाता है।”
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