सीएसआईआर-केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान, लखनऊ 19 से 22 फरवरी 2025 तक सेक्टर-10, जानकीपुरम एक्सटेंशन परिसर में 9वें “औषधि अनुसंधान में वर्तमान रुझानों पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी” की मेजबानी करने जा रहा है।
सीएसआईआर-सीडीआरआई, लखनऊ की निदेशक, डॉ. राधा रंगराजन ने बताया कि यह संस्थान का प्रमुख सम्मेलन है, जो हर तीसरे वर्ष आयोजित किया जाता है।
इस 9वें सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य संक्रामक रोगों, चयापचय, अंतःस्रावी एवं न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों के साथ कैंसर में हो रहे नवीनतम शोधों को विस्तार से प्रस्तुत करना है। उन्होंने आगे कहा कि इस सम्मेलन में प्राकृतिक औषधीय उत्पाद एवं रसायन विज्ञान में हुई प्रगति को भी प्रदर्शित किया जाएगा, जो औषधि खोज में बेहतर बदलाव ला रही हैं।
आयोजक सचिव, डॉ. कुमारवेलु एवं सह-आयोजक सचिव, डॉ. किशोर मोहनन ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम में प्लेनरी और आमंत्रित व्याख्यान, पैनल चर्चा, फ्लैश टॉक्स एवं पोस्टर प्रस्तुतियाँ होंगी, जिनमें भारत और विदेशों के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक अपने शोध कार्य साझा करेंगे।
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के प्रमुख शोधकर्ता इस संगोष्ठी में अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे, जबकि भारत और विदेशों के युवा वैज्ञानिक एवं पीएचडी छात्र चयनित फ्लैश टॉक्स और पोस्टर सत्रों में अपने कार्यों को प्रदर्शित करेंगे। सम्मेलन में लगभग 800 प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है, एवं 340 से अधिक शोध पोस्टर प्रदर्शित किए जाएंगे, साथ ही आमंत्रित व्याख्यान और फ्लैश टॉक्स भी आयोजित किए जाएंगे।
19 फरवरी को उद्घाटन सत्र में प्रो. क्रिस्टोफर रॉबर्ट मैककर्डी, प्रोफेसर और द फ्रैंक ए. डकवर्थ एमिनेंट स्कॉलर चेयर, यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा, यूएसए, “सीइंग पेन: फ्रॉम द लैब टू द क्लिनिक, ए मेडिसिनल केमिस्ट्स जर्नी” विषय पर उद्घाटन व्याख्यान देंगे।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. एन. कलैसेल्वी, महानिदेशक, सीएसआईआर और सचिव, डीएसआईआर, तथा विशिष्ट अतिथि प्रो. बलराम भार्गव, डीन एवं वरिष्ठ परामर्शदाता, होली फैमिली हॉस्पिटल, नई दिल्ली एवं पूर्व महानिदेशक, आईसीएमआर, भी संबोधित करेंगे।
उद्घाटन कार्यक्रम के बाद “संश्लेषण और औषधीय रसायन विज्ञान में नई रणनीतियाँ” पर एक वैज्ञानिक सत्र आयोजित होगा। इस सत्र में प्रो. कोर्टनी सी. एल्ड्रिच, यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा, यूएसए, एवं डॉ. अरिंदम तालुकदार, सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल बायोलॉजी, कोलकाता, संश्लेषण एवं औषधीय रसायन विज्ञान के क्षेत्र में अपनी नवीन खोजों और विचारों को साझा करेंगे।
अगले तीन दिनों के अन्य सत्रों में औषधि अनुसंधान की बहुआयामी जटिलताओं को संबोधित किया जाएगा, जिनका उद्देश्य मानवीय स्वास्थ्य समस्याओं के लिए नवीन और प्रभावी समाधान विकसित करना है।
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