लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों पर हो रहे उत्पीडऩ को लेकर भारतीय ब्राह्मण एकता फाउण्डेशन के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल से मुलाकात कर आठ सूत्रीय मांगों को लेकर मांग पत्र सौंपा।
मांगपत्र को गंभीरता से लेते हुये इस पर कार्यवाही को लेकर आवश्यक निर्देश जारी करने के साथ मांग पत्र पर विचार के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष इसे प्रेषित भी कर दिया।
इससे पहले फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास पाण्डेय के नेतृत्व में वरिष्ठ उपाध्यक्ष जानकीशरण शुक्ल, प्रदेश प्रभारी बीएन मिश्रा, मुख्य संगठन सचिव अनुराग शुक्ला, प्रदेश प्रभारी विनोद मिश्रा, वरिष्ठ सदस्यों गोपाल देवेन्द्र पति तिवारी, अनिल कुमार ओझा, वरिष्ठ पदाधिकारी सुरेश तिवारी,
संतोष शुक्ला प्रभारी लखनऊ का प्रतिनिधि मण्डल ने राज्यपाल के समक्ष ब्राह्मणों पर हो रहे उत्पीडऩ को लेकर विस्तार से बात रखी, और ब्राह्मणों पर हो रही फर्जी उत्पीडऩ, एससी एसटी एक्ट में दर्ज मुकदमों को समाप्त करने, राष्ट्रहित में आरक्षण को पूर्णतया समाप्त करने,
समाज के युवक युवतियों को उच्चकोटि के शिक्षण व कोचिंग संस्थानों में निशुल्क शिक्षा दिलवाने, शहीद मंगल पाण्डेय, चन्द्रशेखर आजाद, झॉसी की रानी लक्ष्मीबाई,
राम प्रसाद बिस्मिल, पण्डित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर प्रवेश द्वार व अस्पतालों व शिक्षण संस्थानों का नामकरण करने के साथ जनसंख्या नियंत्रण कानूनी को लागू करने के साथ सवर्ण आयोग के स्थापना की मांग की गयी। इसके अलावा मन्दिरों में पूर्जा अर्चना कर रहे पुजारियों को न्यूनतम मानदेय प्रदान करन की मांग उठायी गयी।
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