लखनऊ: उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स संघ में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। संघ के सचिव डॉ. देवेश दुबे को वित्तीय अनियमितताओं और प्रतियोगिताओं में तकनीकी खामियों के आरोपों के चलते पद से हटा दिया गया है।
वित्तीय अनियमितताओं के सचिव डा.देवेश दुबे पर लगे आरोप, अब समिति करेगी जांच
शनिवार को हुई एग्जीक्यूटिव कमेटी की ऑनलाइन बैठक में इस फैसले पर मुहर लगी। सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित करने का निर्णय लिया। जांच रिपोर्ट आने तक डॉ. दुबे को सचिव का कार्यभार संभालने से रोक दिया गया है। उनकी जगह संघ के वरिष्ठ संयुक्त सचिव नरेंद्र कुमार को कार्यकारी सचिव बनाया गया है।
जांच कमेटी का गठन
जांच कमेटी में संघ के अध्यक्ष आशुतोष भल्ला, कोषाध्यक्ष नीरज कुमार, डॉ. अशोक गुप्ता, शिवानंद नायक और नरेंद्र कुमार को शामिल किया गया है। यह कमेटी डॉ. दुबे पर लगे सभी आरोपों की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट संघ को सौंपेगी।
गाजियाबाद और मुज्जफरनगर संघ के सचिवों पर प्रतिबंध
इसके अलावा, एग्जीक्यूटिव कमेटी ने गाजियाबाद और मुज्जफरनगर संघ के सचिवों को एक साल के लिए किसी भी राष्ट्रीय या प्रदेशीय स्तर की प्रतियोगिताओं में तकनीकी सेवाएं देने से प्रतिबंधित कर दिया है।
दूसरी ओर डॉ. देवेश दुबे ने इस फैसले को पूरी तरह से अनुचित बताया है। उनका कहना है कि जांच किए बिना ही उन्हें पद से हटाना अनुचित है और हम इस मामले को लेकर जल्द फैसला लेंगे।
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