टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया और विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट सहित देश के शीर्ष पहलवानो ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे है.
इस मामले में डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष और बृजभूषण शरण सिंह ने अपना पक्ष रखा. डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष ने कहा, “मैं विनेश फोगाट से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने ओलंपिक में कंपनी के लोगो वाली पोशाक क्यों पहनी थी? मैच हारने के बाद मैंने केवल उन्हें प्रोत्साहित किया था. बृजभूषण के अनुसार यौन उत्पीड़न एक बड़ा आरोप है.
जब मेरा ही नाम इसमें घसीटा गया है तो मैं कैसे कार्रवाई कर सकता हूं? मैं जांच के लिए तैयार हूं.” इससे पहले पहलवानों ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ ‘तानाशाही’ का आरोप लगाया तो विनेश फोगाट ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया.
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दूसरी ओर विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण के खिलाफ महिला पहलवानों का यौन शोषण करने तक का आरोप लगाया। इस बीच, बृजभूषण शरण को सामने आकर सफाई देनी पड़ी है और विनेश फोगाट के गंभीर आरोपों के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों का जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि कि जैसे ही मुझे पता चला कि पहलवान विरोध कर रहे हैं, मैं यहां आ गया। क्या कोई ऑन रिकॉर्ड है जो कह सकता है कि फेडरेशन ने हमारे साथ छेड़छाड़ की है? उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में ये भी कहा कि कि अगर आपके पास महासंघ के साथ इस तरह के मुद्दे थे, तो उन्हें 10 साल तक किसी ने क्यों नहीं उठाया?
जब भी नियम बनते हैं तो मुद्दे सामने आते है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा आरोप विनेश ने लगाया है. क्या कोई सामने है जो कह सके कि फेडरेशन ने किसी एथलीट का उत्पीड़न किया हो। यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई है. अगर ऐसा हुआ है तो मैं फांसी लगा लूंगा.
विनेश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कोच यौन उत्पीड़न करते हैं. मैंने आवाज उठाई थीऔर बृजभूषण सिंह भी महिला पहलवानों का शोषण करते हैं. वही बजरंग पुनिया ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के बारे में कहा कि वो अपशब्दों का प्रयोग करते है.
बजरंग पुनिया ने कहा कि महासंघ हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है और फेडरेशन एक दिन पहले ही नियम बना लेती हैं. सारी भूमिका प्रेसिडेंट निभा रहे है जो हमसे गाली-गलौज करते हैं. दूसरी ओर इस घटनाक्रम के चलते साई लखनऊ में आयोजित होने वाला महिला कुश्ती कैंप रद्द कर दिया है.
इसकी जानकारी साईं लखनऊ के निदेशक संजय सारस्वत ने दी है.संजय सारस्वत ने न्यूज़ वेबसाइट जुबली पोस्ट से बात-चीत में कहा कि लखनऊ में ऐसी कोई शिकायत कभी नहीं मिली है. हमारे सेंटर में हमेशा खेल के लिए सुरक्षित माहौल मिलता है. हमने इसलिए आज से शुरू हो रहे कुश्ती कैप को कैंसल कर दिया.
उन्होंने कहा कि इस मामले में कुश्ती संघ और सरकार के आदेश का पालन किया जायेगा. संजय सारस्वत ने ये भी बोला कि अगर कोई भी खिलाड़ी अनुशासनहीनता करेगा तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन होगा. उन्होंने कहा कि मेरी कोशिश रहती है यहां पर खिलाडिय़ों खेल के लिए माहौल के साथ सुरक्षित वार्तावरण दिया जाये.
हालांकि कुश्ती संघ में इससे पहले क्षेत्रवाद के आरोप भी लगते रहे हैऔर दिल्ली और हरियाणा के पहलवानों के बीच खींचातान चलती रहती है. ये भी कहा जाता है कि कई ऐसे पहलवान है जो बिना ट्रायल और नेशनल खेले बगैर ही रिंग में उतरना चाहते हैं और ये बात कुश्ती संघ ने नहीं मानी जिसके चलते विवाद भी हुआ था.