वैश्विक नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. हरमिंदर सिंह दुआ ने आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल), नई दिल्ली का दौरा किया। वह नॉटिंघम विश्वविद्यालय, ब्रिटेन में नेत्र विज्ञान के प्रोफेसर हैं और कॉर्निया विज्ञान में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए दुनिया भर में सुप्रसिद्ध हैं, जिसमें दुआ की कॉर्निया परत की खोज भी सम्मिलित है।
नेत्र रोग विभाग के अपने दौरे के दौरान, डॉ. दुआ ने अस्पताल के अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे, अत्याधुनिक उपकरणों, स्वच्छ वातावरण और अनुशासित व सहानुभूतिपूर्ण कार्य संस्कृति की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, ‘‘आर्मी हॉस्पिटल (आर एंड आर) की सुविधाएं और मानक दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ केंद्रों के बराबर हैं, बल्कि कुछ मामलों में तो उनसे भी उत्कृष्ट हैं।’’
प्रोफ़ेसर दुआ ने वरिष्ठ संकाय, स्नातकोत्तर छात्रों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों सहित विविध श्रोताओं के समक्ष ‘जहाज का संचालन: छात्रवृति से नेतृत्व तक’ विषय पर व्याख्यान दिया। उनके संबोधन में चिकित्सा जगत में उनकी शानदार यात्रा से प्राप्त अंतर्दृष्टि के साथ, अकादमिक खोज से दूरदर्शी नेतृत्व तक के सूक्ष्म विकास पर रौशनी डाली।
डॉ. दुआ एएचआरआर में बनने वाले उन्नत नेत्र दृश्य विज्ञान केंद्र, संयुक्त प्रतिस्थापन केंद्र और कैंसर विज्ञान केंद्र से बहुत प्रभावित हुए।
आर्मी हॉस्पिटल के अत्याधुनिक नेत्र दृश्य विज्ञान केंद्र ने खींचा विश्वविख्यात विशेषज्ञ का ध्यान
ये केंद्र रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मार्गदर्शन में अमल में लाई जा रही दूरदर्शी परियोजनाएं हैं, जो सशस्त्र बलों को सुसज्जित करने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने में एक प्रेरक शक्ति रहे हैं। थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी इन पहलों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
प्रोफेसर दुआ ने सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाओं और महानिदेशक सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन के नेतृत्व वाली इसकी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को उत्कृष्टता का एक अनूठा मॉडल बताया, जो ईमानदारी, सेवा, नवाचार और नैदानिक कौशल पर आधारित है।
डॉ. दुआ दशकों से नैदानिक उत्कृष्टता, शैक्षणिक मार्गदर्शन और शल्य चिकित्सा नवाचार के प्रतीक रहे हैं। उनके कार्य ने आधुनिक नेत्र विज्ञान के परिदृश्य को बदल दिया है
और वे दुनिया भर के चिकित्सकों और शोधकर्ताओं की पीढ़ियों को प्रेरित करते रहे हैं। इस यात्रा के दौरान, सेना अस्पताल (आर एंड आर) के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल शंकर नारायण ने उन्हें सम्मानित किया।
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