लखनऊ। कला- संस्कृति व साहित्य सरोकारों को समर्पित समूह ‘हरकारे’ के वार्षिक आयोजन ‘फागोत्सव’ में वरिष्ठ कथक नृत्यांगना विदुषी डॉ. पूर्णिमा पांडेय को सम्मानित किया गया।
उन्हें हरकारे समूह के संरक्षक वरिष्ठ व्यंग्यकार गोपाल चतुर्वेदी, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ उदय पांडेय और आत्म प्रकाश मिश्र ने सम्मान पत्र, पुष्प गुच्छ भेंटकर शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
वरिष्ठ व्यंग्यकार गोपाल चतुर्वेदी के आवास पर हुआ आयोजन
फाग की पारंपरिक बैठकी में डॉ. पूर्णिमा पांडेय ने अपनी सृजन यात्रा व अनुभव साझा किए। दूरदर्शन के कार्यक्रम प्रमुख और समूह संरक्षक आत्म प्रकाश मिश्र ने डॉ. पूर्णिमा पांडेय से उनकी सृजन यात्रा पर बात की। संस्कृतिप्रेमियों ने भी डॉ. पूर्णिमा से सवाल-जवाब किये।
हरकारे समूह की फागोत्सव बैठकी में डॉ पूर्णिमा ने अवध के पारंपरिक कथक घराने के कथकाचार्या बिंदादीन महाराज, पं बिरजू महाराज, पं लच्छू महाराज की बंदिशों पर भावपूर्ण उदाहरण दिए। उन्होंने शास्त्रीय कथक में परं, तोड़ा- तिहाई समेत कई उदाहरण पेश किये।
डॉ पूर्णिमा पांडेय के शिष्य भातखंडे स्टूडेंट वल्लरी नारायण व शशांक शेखर ने सुनील जोगी की रचना ‘हम हिन्दू सत्य सनातन हैं…’ पर शानदार नृत्य संरचना पेश की।
आखिर में पेशे से वकील शशांक शेखर ने डॉ. पूर्णिमा पांडेय के निर्देशन, परिकल्पना में प्रेमचंद गांधी की कहानी ’31 दिसंबर की रात’ पर भावपूर्ण नृत्य संरचना पेश की।
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कार्यक्रम में इतिहासकार रवि भट्ट, पद्मश्री डॉ विद्याविदु, पूर्व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी निशा चतुर्वेदी, वरिष्ठ व्यंग्यकार सूर्यकुमार पांडेय, राजेश अरोरा शलभ, श्याम मिश्र, अलंकार रस्तोगी, वरिष्ठ गायिका पदमा गिडवानी, डीडी यूपी के प्रस्तुतकर्ता विवेक शुक्ल व शम्स नक़वी, वरिष्ठ पत्रकार सुधीर मिश्र, दीप सिंह व राकेश राय, नाटककार अनिल मिश्र गुरुजी समेत अनेक साहित्य-संस्कृतिप्रेमी मौजूद रहे।