लखनऊ। भविष्य डिजिटल साक्षरता का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा दे रहे हैं। 2014 में मात्र 25 करोड़ इंटरनेट यूजर्स थे जो वर्तमान में बढ़कर 90 करोड़ हो चुके हैं, भारत डेटा कंजप्शन में शीर्ष स्थान पर है।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने 10 कंप्यूटर देकर विवेकानंद महिला महाविद्यालय में डिजिटल लैब की कराई थी शुरुआत
उच्च शिक्षा में बेटियों की भागीदारी निरंतर बढ़ रही है, ये ओजस्वी वक्तव्य हैं सरोजनीनगर के भाजपा विधायक डॉ राजेश्वर सिंह के, जो उन्होंने शनिवार को स्वामी विवेकानंद महिला महाविद्यालय में आयोजित टैबलेट वितरण कार्यक्रम के दौरान कही।
युवाओं के तकनीकी सशक्तिकरण हेतु सीएम योगी द्वारा चलायी जा रही महत्वाकांक्षी डीजी शक्ति योजना के अंतर्गत पुष्पेंद्र नगर स्थित स्वामी विवेकानंद महिला महाविद्यालय में डॉ. राजेश्वर सिंह ने 87 छात्राओं को स्मार्टफोन वितरित कर सम्मानित किया। साथ ही उनका मार्गदर्शन कर डिजिटल साक्षरता की महत्वता पर प्रकाश डाला।
विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा- विकसित भारत की यात्रा में शिक्षकों का योगदान अवर्णनीय
पूर्व में डॉ. राजेश्वर सिंह ने महाविद्यालय को 10 कंप्यूटर प्रदान कर डिजिटल लैब की स्थापना करवाई थी। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने डिजिटल लैब का अवलोकन भी किया और बेटियों से बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन भी किया।
विद्यालय में सुविधाओं के प्रसार हेतु विधायक निधि से ₹10 लाख की धनराशि उपलब्ध कराने एवं सड़क निर्माण हेतु आश्वस्त किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने समाज के सशक्तिकरण और राष्ट्र की उन्नति में शिक्षकों की भूमिका को भी रेखांकित किया।
डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने हेतु पीएम मोदी और सीएम योगी प्रतिबद्ध : डॉ. राजेश्वर सिंह
उन्होंने कहा कि शिक्षक एक दीपक की तरह होते है जो स्वयं को प्रज्जवलित कर विद्यार्थी के उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है इसमें शिक्षकों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। आज शिक्षक बच्चों को डिजिटली साक्षर उन्हें सशक्त बना रहे हैं।
कार्यक्रम में स्कूल के प्रबंधक मोहन सिंह, डायरेक्टर सुरिंदर कौर, डिप्टी मैनेजर संजय मिश्रा समेत महाविद्यालय के शिक्षक एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।
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