लखनऊ। लघु सिंचाई विभाग में कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी होने के नाते लंबे समय से एक ही जिले में जमे कई इंजिनियरों का मंगलवार को तबादला कर दिया गया।
मंगलवार जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने लघु सिंचाई विभाग के 88 इंजीनियरों का तबादला किया। जल निगम सभागार में चली तबादले की पारदर्शी प्रकिया में इंजिनियरों को उनकी मनचाही तैनाती दी गई। जिससे इंजीनियर पूरे मनोयोग से अच्छे काम कर सकें।
कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी के नाम पर वर्षों से जमें इंजीनियरों का भी तबादला
इस मौके पर नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति और लघु सिंचाई विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
करीब 30 मिनट तक चली तबादले की इस पारदर्शी व्यवस्था में पूरी प्रक्रिया इंजिनियरों के सामने चली। जिससे तबादले में किसी भी तरह की गड़बड़ी न होने पाए।
जलशक्ति मंत्री बोले- किसी भी तरह की शिकायत मिली, तो होगी कार्रवाई
इस मौके पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने नई तैनाती पाने वाले सभी इंजिनियरों को बधाई दी। साथ ही यह चेतावनी भी दी की जनहित के कार्यों में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं बर्दाश्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि मनचाही तैनाती तो दी जा रही है, मगर किसी भी तरह की शिकायत आने पर सख्त से सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
ट्रांसफर होने वालों में 7 अधिशासी अभियंता, इंजीनियरों के सामने हुई तबादले की प्रक्रिया
जल निगम सभागार में चली इस पूरी प्रक्रिया में कुल 88 इंजिनियरों का तबादला किया गया। इसमें 7 अधिशासी अभियंता, 7 एक्सियन, 21 सहायक अभियंता और 60 जूनियर इंजिनियर शामिल हैं। इसमें बड़े पैमाने पर कर्मचारी संगठनों के भी पदाधिकारी हैं, जो लंबे समय से संघ के पदाधिकारी होने के कारण एक जिले में तैनात थे।
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