नागपुर हिंसा के लिए ‘छावा’ और विक्की को जिम्मेदार बताने वालों पर निकला फैंस का गुस्सा

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साभार : गूगल

एक महीने से सिनेमाघरों में विक्की कौशल की फिल्म ‘छावा’ दहाड़ मार रही है। रिलीज के पांचवें हफ्ते में भी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर मजबूती से जमी हुई है। एक ओर जहां बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म ताबड़तोड़ कमाई कर रही है, बीते दिन नागपुर में इसे लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

इस मामले में विक्की के प्रशंसक उनके समर्थन में आ गए हैं। ‘छावा’ की रिलीज के बाद एक वर्ग ने औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग कर डाली है। इसे लेकर नागपुर में हिंसा भड़क उठी। इस दौरान कई वाहन फूंक दिए गए। पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

कुछ लोग इसके लिए विक्की और उनकी फिल्म ‘छावा’ पर दोष मढ़ रहे हैं। कुछ ने ‘छावा’ को प्रोपेगेंडा फिल्म बताकर विक्की का बायकॉट करने की मांग उठाई, जिसके बाद अभिनेता के प्रशंसकों का पारा चढ़ गया। विक्की के समर्थकों का मानना है कि यह फिल्म हिंसा नहीं भड़काती, बल्कि विश्वासघात को सामने लाती है।

एक फैन ने लिखा, ‘नागपुर हिंसा का जिम्मेदार छावा को ठहराया जा रहा है, जबकि इसका इससे कोई लेना-देना नहीं। सिनेमा को सिनेमा की तरह देखें। इसका मकसद औरंगजेब के खिलाफ नफरत फैलाना नहीं है।’ एक ने लिखा, ‘नागपुर की घटना के लिए विक्की कौशल को दोषी ठहराने वाले लोग एक बात साबित करते हैं – सामान्य ज्ञान अब सामान्य नहीं रहा।’

एक फैन ने लिखा, ‘विक्की और छावा के निर्माताओं को नागपुर दंगों के लिए दोषी ठहराया जा रहा है। योजना बनाने वाले और दंगाइयों को दोषी ठहराओ।’ एक अन्य यूजर ने तो महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस पर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा, ‘सेंसर बोर्ड ने फिल्म को मंजूरी क्यों दी? नरेंद्र मोदी और फडणवीस ने इस फिल्म की प्रशंसा क्यों की?’

एक ने लिखा, ‘नागपुर हिंसा के लिए विक्की को दोषी ठहराने वाले दिमागहीन हैं।’ एक लिखते हैं, ‘जिस तरह से विक्की को एक ऐतिहासिक किरदार निभाने के लिए दोषी ठहराया जाता है, उनसे नफरत की जाती है और उन्हें निशाना बनाया जाता है और एक खास वर्ग यह आरोप लगाता है कि उनकी भूमिका के कारण नागपुर में हिंसा हुई – यही लोगों की घटिया मानसिकता का नतीजा है।’

@ShreyasiSinhas

दंगों के लिए विक्की को दोषी ठहराने वालों की राजनीतिक विश्लेषक और ‘बिग बॉस 13’ से लोकप्रिय हुए तहसीन पूनावाला ने भी एक्स पोस्ट में लिखा, ‘नागपुर दंगों के लिए ‘छावा’ को दोषी ठहराना बेहद निंदनीय है, जिसमें उन्होंने छत्रपति संभाजी महाराज का शानदार किरदार अदा किया है।

@tehseenp

कला- चाहे वह फिल्म हो, किताब हो या कोई और रचनात्मक अभिव्यक्ति- हिंसा भड़काने की ताकत नहीं रखती। यह समाज के लिए एक आईना मात्र है, माचिस नहीं’। बात करें ‘छावा’ की तो लक्ष्मण उतेकर निर्देशित इस फिल्म ने भारत में 567.80 करोड़ कमा चुकी है।

@tehseenp

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