92 साल की उम्र में पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह का निधन हो गया। सांस लेने में दिक्कत आने के बाद रात करीब 8 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान मैं भर्ती कराया गया था।
मनमोहन सिंह के निधन के चलते केंद्र सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। साथ ही शुक्रवार को होने वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।
History will always remember Dr Manmohan Singh Ji for his dignified demeanor, commitment to public service, profound wisdom and humility. He leaves behind a legacy of economic reforms, political stability, and dedication to uplift the lives of every Indian.
His tenure first as… pic.twitter.com/UoI5FWZ1VA
— Congress (@INCIndia) December 26, 2024
मनमोहन सिंह पर एक नजर
पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति और समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। वे भारतीय अर्थव्यवस्था के सुधारक के रूप में प्रसिद्ध थे और 2004 से 2014 तक पीएम के रूप में देश की सेवा की।
उनकी अध्यक्षता में भारतीय अर्थव्यवस्था में कई महत्वपूर्ण सुधार हुए, जिसमें आर्थिक उदारीकरण, वैश्विक व्यापार के लिए दरवाजे खोलना, और भारत को एक शक्तिशाली आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करना शामिल है। डॉ. सिंह की सरलता, विनम्रता, और बुद्धिमत्ता के कारण उन्हें दुनिया भर में सम्मान प्राप्त था। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
India mourns the loss of one of its most distinguished leaders, Dr. Manmohan Singh Ji. Rising from humble origins, he rose to become a respected economist. He served in various government positions as well, including as Finance Minister, leaving a strong imprint on our economic… pic.twitter.com/clW00Yv6oP
— Narendra Modi (@narendramodi) December 26, 2024
डॉ. मनमोहन सिंह, भारतीय राजनीति के एक महान नेता और अर्थशास्त्री थे। वे 26 सितंबर 1932 को पंजाब के गुरदासपुर जिले के एक छोटे से गाँव में जन्मे थे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के सदस्य रहे और 2004 से 2014 तक भारत के पीएम रहे। उन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था के सुधारक के रूप में जाना जाता है।
डॉ. सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था में कई ऐतिहासिक सुधार किए, जिनमें 1991 का आर्थिक सुधार प्रमुख था, जब वे वित्तमंत्री थे।
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इस दौरान भारत ने आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण और वैश्विक व्यापार के लिए अपने दरवाजे खोले। उनके नेतृत्व में भारत ने कई वैश्विक वित्तीय संकटों का सामना किया, और उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत किया।
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उनके पीएम बनने के बाद, उन्होंने कई महत्वपूर्ण नीतियों को लागू किया, जैसे कि आर्थिक वृद्धि, सामाजिक कल्याण योजनाएँ, और विदेश नीति में सुधार। हालांकि, वे अपनी सरकार में कई विवादों का सामना करते रहे, फिर भी उनका आचरण और उनकी निर्णय क्षमता उन्हें एक सम्मानजनक स्थान दिलाती है।
मनमोहन सिंह को उनकी विनम्रता, ईमानदारी और तकनीकी ज्ञान के लिए सराहा जाता था। उन्हें भारतीय राजनीति में एक प्रभावशाली और सम्मानित व्यक्तित्व के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।