चिकित्सा से नेतृत्व तक: ओटीसी की गौरवशाली यात्रा और सेवा संकल्प

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लखनऊ : एएमसी सेंटर एवं कॉलेज, लखनऊ के अधिकारी प्रशिक्षण कॉलेज (ओटीसी) के 56वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में ओटीसी द्वारा शुक्रवार को लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान अस्पताल में एक रक्तदान अभियान चलाया गया।

इस अवसर पर तीनों सेनाओं के 56 डॉक्टर जिसमें दंत चिकित्सक और संबद्ध स्वास्थ्य सेवा कर्मचारी भी शामिल थे, ने स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 56 यूनिट रक्तदान करके, मरीजों की निस्वार्थ सेवा का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया।

इस दौरान एएमसी सेंटर एवं कॉलेज के कार्यवाहक कमांडेंट, मेजर जनरल केजे सिंह और ओटीसी के कमांडेंट एवं मुख्य प्रशिक्षक मेजर जनरल वीके पात्रा ने रक्तदान करने वालों को सम्मानित किया। मध्य कमान अस्पताल लखनऊ के कमांडेंट मेजर जनरल ज्योतिन्दु देबनाथ द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।

ओटीसी स्थापना दिवस पर 56 यूनिट रक्तदान, सेवा और समर्पण का अभिनव उदाहरण

अधिकारी प्रशिक्षण कॉलेज (ओटीसी), एएमसी सेंटर एवं कॉलेज, लखनऊ में स्थित एक प्रशिक्षण संस्थान है जो तीनों सेनाओं – थलसेना, नौसेना और वायु सेना – के चिकित्सा, दंत चिकित्सा और नर्सिंग अधिकारियों को सैन्य चिकित्सा, प्रशासन और सैन्य नेतृत्व का प्रशिक्षण देता है।

सशस्त्र बलों में शामिल होने वाले युवा डॉक्टरों, दंत चिकित्सकों और नर्सों को अधिकारी और पुरुषों के नेता, यानी ‘सैनिकों के कंधे’ बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।

वर्तमान अधिकारी प्रशिक्षण कॉलेज (ओटीसी) की उत्पत्ति अधिकारी प्रशिक्षण विंग (ओटीडब्ल्यू) से हुई है, जिसकी स्थापना 1 नवंबर 1957 को एएमसी केंद्र लखनऊ के एक भाग के रूप में हुई थी। 1962 में चीनी आक्रमण के बाद, एएमसी केंद्र (दक्षिण), सिकंदराबाद में एक और ओटीडब्ल्यू की स्थापना की गई।

इसके बाद, इन दोनों विंगों को एएमसी केंद्र लखनऊ स्थित ओटीडब्ल्यू में मिला दिया गया। ओटीडब्ल्यू को बाद में 9 अगस्त 1969 को अधिकारी प्रशिक्षण विद्यालय (ओटीएस) में उन्नत किया गया और इसे एएमसी केंद्र के श्रेणी ‘ए’ घटक का दर्जा दिया गया, जिसे 16 नवंबर 2009 को ओटीसी के रूप में पुनः नामित किया गया।

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