भारतीय मुक्केबाजों को तोहफ़ा: पदकवीरों को ₹17.5 लाख की इनामी राशि

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नई दिल्ली : भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने ब्राज़ील और कज़ाखस्तान (अस्ताना) में हाल ही में आयोजित मुक्केबाजी विश्व कप के दोनों चरणों में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय मुक्केबाज़ों के लिए कुल ₹17.5 लाख की इनामी राशि की घोषणा की है।

इस पुरस्कार राशि का उद्देश्य खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाना और साल के अंत में नई दिल्ली में होने वाले मुक्केबाजी विश्व कप फाइनल्स और सितंबर में लिवरपूल में होने वाली विश्व चैंपियनशिप से पहले उन्हें प्रोत्साहन देना है।

बीएफआई की घोषणा के अनुसार, हर स्वर्ण पदक विजेता को ₹2 लाख, रजत पदक विजेता को ₹1 लाख और कांस्य पदक विजेता को ₹50,000 दिए जाएंगे।

भारत ने दोनों देशों में कुल 17 पदक जीते, जिनमें 4 स्वर्ण, कई रजत और कांस्य शामिल हैं। इनाम की यह घोषणा ऐसे समय पर हुई है, जब भारत की मुख्य टीम पटियाला कैंप में गहन प्रशिक्षण में जुटी है और लिवरपूल व नई दिल्ली के अहम टूर्नामेंट्स की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

इस बीच चीन ने भी भारतीय मुक्केबाज़ी से प्रभावित होकर बीएफआई से रणनीतिक साझेदारी की पेशकश की है। इसमें जूनियर, सब-जूनियर और एलीट स्तर के मुक्केबाज़ों के लिए संयुक्त ट्रेनिंग कैंप और अभ्यास सत्र शामिल हो सकते हैं।

बीएफआई के अध्यक्ष और अंतरिम समिति के चेयरमैन अजय सिंह ने इस मौके पर कहा, “हमारे मुक्केबाज़ों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है।

भारत अब मुक्केबाजी विश्व कप वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें स्थान पर है, जो गर्व की बात है। जब अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में लोग आकर हमारे दल को बधाई देते हैं, तो यह दिखाता है कि भारतीय मुक्केबाज़ी को लेकर वैश्विक नजरिया कितना बदल रहा है। चीन का साझेदारी का प्रस्ताव इसका प्रमाण है।”

उन्होंने आगे कहा, “यह तो बस शुरुआत है। हमारे देश में कई मेरी कॉम और विजेंदर सिंह जैसे खिलाड़ी हैं जिन्हें सही मार्गदर्शन और संसाधनों की ज़रूरत है ताकि वे ओलंपिक जैसे मंचों पर देश का नाम रौशन कर सकें।”

भारत को अस्ताना में साक्षी (54 किग्रा), जैसमीन लांबोरिया (57 किग्रा), नूपुर (80+ किग्रा) से स्वर्ण पदक मिले, वहीं हितेश गुलिया (70 किग्रा) ने ब्राज़ील में स्वर्ण पदक जीता। खास बात यह रही कि हितेश और अभिनाश जम्वाल (65 किग्रा) ने दोनों टूर्नामेंट्स में पदक जीते।

हिटेश को जहाँ एक स्वर्ण और एक रजत पदक मिला जबकि अभिनाश ने दोनों में रजत पदक जीता। अन्य पदक विजेताओं में पूजा रानी (80 किग्रा), मिनाक्षी (48 किग्रा), जुगनू (85 किग्रा), संजू (60 किग्रा), निखिल दुबे (75 किग्रा), नरेंद्र (90+ किग्रा) शामिल हैं।

वहीं ब्राज़ील चरण में जदुमणि सिंह (50 किग्रा), मनीष राठौर (55 किग्रा), सचिन सिवाच (60 किग्रा) और विशाल (90 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते।

सम्मान समारोह में उपस्थित भारत के पहले ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह ने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा, “आप सबने शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन रुकना नहीं है। संतोष करने का समय नहीं है। हमें और मेहनत करनी है और आगे बढ़ते रहना है।”

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