लखनऊ। रायबरेली के लालगंज कस्बे की प्रशिक्षु अनामिका यादव ने नोएडा में आयोजित प्रदेश स्तरीय यूथ बाक्सिंग प्रतियोगिता के फेदर वेट के फाइनल में आगरा की खुशी रानी को 6-1 अंको से हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया।
इससे पूर्व अनामिका ने क्वार्टर फाइनल में लखनऊ की मुक्केबाज मोनिका गौतम को और सेमीफाइनल में वाराणसी की शालिनी को हराकर फाइनल में दस्तक दी। खिताबी मुकाबले में अनामिका ने बाउट के पूरे समय तक प्रतिद्वंद्वी पर पंचों को प्रहारी करते हुए दबदबा बनाकर अंत में खिताब जीत लिया।
बताते चले कि अनामिका के पिता आर्मी में है। वर्तमान में वो दिल्ली में तैनात हैं लेकिन इन दिनों अपनी बिटिया के साथ नोएडा में हैं।
अनामिका के पिता अवधेश यादव ने नोएडा से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि बिटिया ने क्वार्टर फाइनल से फाइनल तक आक्रामक प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मेरा काम सिर्फ हौसला बढ़ाना है तभी बिटिया के साथ यहां आया हूं।
उन्होंने कहा कि बिटिया के पंचों की आक्रामकता देख बहुत खुशी हुई। अवधेश यादव ने कहा कि बिटिया अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करना चाहती है। मेरा भी प्रयास है कि उसके सपने को पूरा करने में मुझे भी आगे बढ़ना होगा।
अनामिका ने बताया कि बाक्सिंग के जुनून और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पंच चलाने की चाह के चलते वह धुरुवारा गांव से हर रोज करीब 15 किलोमीटर को सफर तय करके लालगंज कोच अताउर रहमान के पास बाक्सिंग प्रशिक्षण लेने आती है।
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अनामिका ने कहा कि अगर सरकार की तरफ से थोड़ी भी सुविधा गांव के खिलाडिय़ों को मिल जाये तो ओलम्पिक में यहां से भी कई खिलाड़ी निकलने की क्षमता रखते हैं।
आर्मी मैन अवधेश यादव ने बताया कि रायबरेली के लालगंज जैसे कस्बे में डॉ अतारउर रहमान ने खिलाडिय़ों को तैयार करने का जो बीढ़ा बीते 20 सालों से उठाया है काबिले तारीफ है।