एशियाई युवा और जूनियर बॉक्सिंग में छह भारतीय मुक्केबाजों का गोल्डन पंच

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Shrushti Sathe (63kg) in action during her final bout against Nursulu Suienaly of Kazakhstan at the Asian Youth & Junior Boxing Championships in Amman, Jordan on Sunday.
Shrushti Sathe (63kg) in action during her final bout against Nursulu Suienaly of Kazakhstan at the Asian Youth & Junior Boxing Championships on Sunday.

नई दिल्ली: विनी, यक्षिका और विधि की अगुआई में छह भारतीय जूनियर मुक्केबाजों ने रविवार को ओमान के जॉर्डन में एएसबीसी एशियाई एवं जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2022 गोल्ड पंच लगाते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया। फ्लाइवेट 50 किग्रा के फाइनल में हिसार की मुक्केबाज विनी का सामना कजाकिस्तान की करीना टोकुबे से हुआ।

भारतीय मुक्केबाज ने अच्छी शुरुआत की और पहले दौर में जीत हासिल की। लेकिन इसके बाद उसके प्रतिद्वंद्वी ने दूसरे दौर में मजबूती से वापसी की और तीसरे दौर में मुकाबला काफी रोमांचक हो गया। विनी ने लगातार आक्रमण करते हुए 5-0 से एकतरफा अंदाज में मुकाबला जीत लिया।

Vini (50kg) in action during her final bout against Kazakhstan's Karina Tokubay at the Asian Youth & Junior Boxing Championships in Amman, Jordan on Sunday.
Vini (50kg) in action during her final bout against Kazakhstan’s Karina Tokubay at the Asian Youth & Junior Boxing Championships on Sunday.

यक्षिका (52 किग्रा) ने उज्बेकिस्तान की राखीमा बेकनियाजोवा के खिलाफ वापसी करने के लिए शानदार प्रयास किया। पानीपत की मुक्केबाज ने पहले दौर में काफी मुक्के खाए और वो 0-5 से पीछे चल रही थीं। यक्षिका ने दूसरे दौर में जोरदार वापसी की और स्कोर बराबर कर दिया। इसके उसने फिर से वापसी करते हुए 4-1 से जीत हासिल कर ली।

विधि ने 57 किग्रा वर्ग के फाइनल में जॉर्डन की आया सुविंध के खिलाफ 5-0 से आसान जीत दर्ज की। भारतीय मुक्केबाज पूरे मुकाबले के दौरान खुद पर नियंत्रण रखा और प्रतिद्वंद्वी को अपनी शर्तों पर खेलने के लिए मजबूर कर दिया। विधि ने इसके बाद स्थानीय मुक्केबाज को वापसी का कोई मौका दिए बिना मुकाबला अपने नाम कर लिया।

मौजूदा चैंपियन निकिता चंद (60 किग्रा) ने फिर से पीला तमगा हासिल किया क्योंकि वह शुरू से ही कजाकिस्तान की उलदाना तौबे के खिलाफ अपने बाउट पर हावी रहीं जिससे रेफरी को तीसरे दौर में मुकाबले को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा।

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श्रुष्टि साठे (63 किग्रा) कजाकिस्तान की नूरसुलु सुएनाली के खिलाफ मुकाबले में थी। सुएनाली के पास भारतीय मुक्केबाज के खिलाफ कोई जवाब नहीं था। श्रुष्टि दूसरे दौर में लगातार सटीक मुक्के मार रही थी और इसके परिणामस्वरूप, रेफरी ने दूसरे दौर में प्रतियोगिता रोक दी।

रुद्रिका (75 किग्रा) ने एकतरफा मुकाबले में कजाकिस्तान की शुग्ल्या नलिबे को 5-0 से हराया। इससे पहले, आज माही (46 किग्रा) और पलक (48 किग्रा) को अपने-अपने मुकाबलों में उज्बेकिस्तान की जैस्मीन तोखिरोवा और जिलोलाखोन युफोवा से हार का सामना करना पड़ा।

Shrushti Sathe (63kg) in action during her final bout against  Nursulu Suienaly of Kazakhstan at the Asian Youth & Junior Boxing Championships in Amman, Jordan on Sunday.
Shrushti Sathe (63kg) in action during her final bout against Nursulu Suienaly of Kazakhstan at the Asian Youth & Junior Boxing Championships on Sunday.

सुप्रिया (54 किग्रा) उज्बेकिस्तान की उज़ुकजामोल यूनुसोवा से हार गईं क्योंकि रेफरी ने दूसरे दौर में प्रतियोगिता रोक दी थी। 81 किग्रा के फाइनल में खुशी कज़ाकिस्तान की कुराले येगिनबाइकज़ी से 1-4 से हार गईं। वहीं, निर्जरा (81+ किग्रा) भी दूसरे दौर में उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिदिनोवा से हार गईं।

आज रात, चार भारतीय जूनियर मुक्केबाज- कृष पाल (46 किग्रा), रवि सैनी (48 किग्रा), यशवर्धन सिंह (60 किग्रा) और ऋषभ सिंह (60 किग्रा) एक्शन में होंगे। जूनियर में 21 और युवा वर्ग में अब तक 18 पदक आ चुके हैं। भारतीय दल ने इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय टूर्नामेंट में 39 पदक हासिल किए हैं, जिसमें पुरुषों और महिलाओं दोनों के आयु वर्ग-युवा और जूनियर मुकाबले एक साथ खेले जा रहे हैं।

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