गुवाहाटी: भारतीय बैडमिंटन के विकास को बढ़ावा देने की दिशा में अपने प्रयासों और प्रतिबद्धता के तहत भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने शुक्रवार को असम के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी में अत्याधुनिक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (National Centre of Excellence) का उद्घाटन किया।
लॉन्च इवेंट के दौरान बीएआई और असम सरकार के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए और इसके साथ भारत में खेलों के लिए एक ऐतिहासिक चैप्टर की शुरुआत हुई।
एक्सीलेंस सेंटर के भव्य उद्घाटन समारोह में असम के मुख्यमंत्री और बीएआई अध्यक्ष डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा, ओलंपिक चैंपियन बैडमिंटन के दिग्गज तौफिक हिदायत, भारतीय टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद, ऐतिहासिक थॉमस कप विजेता टीम के सदस्य उपस्थित थे।
असम की खेल और युवा कल्याण मंत्री नंदिता गोरलोसा, सनराइज ग्रुप ऑफ कंपनीज के अध्यक्ष दलीपकुमार सेठ, आरईसी के सीएमडी विवेक देवांगन और सनराइज स्पोर्ट्स (भारत) के प्रबंध निदेशक विक्रम धर के साथ बीएआई के प्रमुख अधिकारियों ने भी इस समारोह की शोभा बढ़ाई।
जिम्मा मशहूर अंतरराष्ट्रीय कोच मुल्यो, सोजोनोव और पार्क ताए-सांग को
बीएआई के अध्यक्ष ने कहा, “यह राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र एक सपना था। सात वर्षों की लंबी यात्रा का यह फल है और मुझे खुशी है कि आज हमारे पास न केवल भारत बल्कि दुनिया के बेहतरीन सेंटर आफ एक्सीलेंस में से एक है। इससे भी अधिक खुशी की बात यह है कि यह असम की विरासत का हिस्सा होगा और इस क्षेत्र के खेल इतिहास में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।”
नेशनल सेंटर आफ एक्सीलेंस विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस है। इसे पहले चरण में 60 एथलीटों की ट्रेनिंग से जुड़ी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है और इसमें अभी 16 कोर्ट शामिल हैं। इसके अलावा, इस सेंटर में आधुनिक फिटनेस इक्वीपमेंट्स से लैस 4,000 वर्ग फुट का एक जिम है।
साथ ही इसमें खिलाड़ियों के लिए 60 बिस्तरों वाला हास्टल, 2,000 वर्ग फुट का एक फिजियोथेरेपी सेंटर है। ये सारी सुविधाएं यह सुनिश्चित करती हैं कि एथलीटों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन को लगातार बनाए रखने के लिए पूरी देखभाल और सपोर्ट मिलता रहे।
इंडोनेशिया के मशहूर अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन कोच मुल्यो हांडोयो (जो सिंगल्स के लिए खिलाड़ियों के डेवलपमेंट पर ध्यान देंगे), पूर्व ऑल इंग्लैंड चैंपियन रूस के इवान सोजोनोव और कोरिया के पार्क ताए-सांग भारतीय कोचों के एक ग्रुप के साथ मजबूत कोचिंग पैनल का नेतृत्व करेंगे।
इस स्टेट आफ आर्ट सेंटर में तैयार किए जाएंगे भारतीय कोच
खास बात यह है कि इस सेंटर में काम करने वाले भारतीय कोचों को ग्लोबल स्टैंडर्ड को पूरा करने के लिए प्रशिक्षित और विकसित किया जाए। इंडोनेशियाई दिग्गज हिदायत ने देश में बैडमिंटन मूवमेंट को बढ़ावा देने के लिए बीएआई के कदम की सराहना की। हिदायत ने कहा, “इस नेशनल सेंटर आफ एक्सीलेंस में अच्छी सुविधाएं हैं और यह काफी बड़ा है।
मुझे उम्मीद है कि भारत के और भी जूनियर खिलाड़ी गोपीचंद, सिंधु, साइना जैसे बड़े खिलाड़ी बनेंगे। मुझे उम्मीद है कि मैं निकट भविष्य में यहां दोबारा आ सकूंगा। मेरी तरफ से भारतीयों और असम के खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं।
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40,000 वर्ग फुट में फैला यह सेंटर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और निश्चित तौर पर भारतीय बैडमिंटन के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसका कारण यह है कि यह बैडमिंटन ट्रेनिंग को परिभाषित करता है और इस खेल में देश के गौरवशाली भविष्य को भी सशक्त बनाता है।
बीएआई के महासचिव संजय मिश्रा ने कहा, “इस सेंटर में मौजूद आधुनिक सुविधाएं एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार करेंगी जो एथलीटों, कोचों और स्पोर्ट्स प्रोफेशनल्स को उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने के लिए प्रेरित करेगी।
यह एक्सीलेंस और इनोवेशन को बढ़ावा देने वाला माहौल बनाकर खेलों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा। हम भविष्य में और अधिक खिलाड़ियों को ट्रेन करने में मदद करने के लिए इस केंद्र का और विस्तार करने की भी योजना बना रहे हैं।
भारत के अग्रणी पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने कहा, “यह सेंटर भारतीय बैडमिंटन को अगले स्तर पर ले जाने के बीएआई के विजन का प्रमाण है। मुझे विश्वास है कि यह आने वाले समय में हमारे खिलाड़ी की सफलता का गवाह बनेगा।
उद्घाटन समारोह के दौरान खचाखच भरे स्टेडियम में भारतीय बैडमिंटन के कई सितारों में शामिल सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी, विष्णुवर्धन गौड़ पंजाला, कृष्णा प्रसाद गरागा और ध्रुव कपिला वहां मौजूद लोगों के लिए एक रोमांचक एक्जीबिशन मैच खेलते दिखे।