वेब सीरीज हीरामंडी सुर्ख़ियों में है। सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा हो रही है। हीरामंडी एक सैमि हिस्टॉरिकल ड्रामा है जो इंडीपेंडेस से पहले का है और इसमें तवायफों और नवाबों की लाइफ दिखाई है।
हीरामंडी के आइडिया को लेकर संजय ने कहा कि इसका आइडिया दो दशकों तक उनके दिमाग से कभी नहीं निकला। संजय ने कहा, हर फिल्म के बाद हीरामंडी आ जाती। मैं यही कहूंगा कि यह विशाल है, यह दो घंटे की फिल्म बनाने के लिए बड़ा है।
फाइनली टाइम आया और हमने कहा कि इसे सीरीज बनाओ, इसके बड़े होने के साथ इंसाफ कर सकता है। वीडियो में आपको बड़ा सेट दिखेगा जिसमें शाही महल दिख रहा है, मस्जिद भी और हवेली के कई इंटीरियर्स।
संजय पूरी कास्ट के साथ दिखी। कभी वह अध्ययन को उनकी परफॉर्मेंस के लिए बधाई देते हुए उन्हें गले लगा रहे थे। भंसाली हर चीज में पार्टिसिपेट कर रहे थे चाहे कॉस्ट्यूम सेलेक्ट करना हो या लाइट्स को परफेक्ट रखना।
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भंसाली ने वैश्याओं की दुर्दशा को लेकर कहा कि वे भी रानियां थीं, उनमें व्यक्तिगत क्षोभ था। उनके पर्सनल सेलिब्रेशन थे, अपनी खुशी थी, दुख भी थे।
एक्टर्स चल रहे थे सेट को शानदार दिखना था जैसे कि सेट भी जी रहा हो। वातावरण जरूरी चाहिए था सेट के लिए। मैं नॉन स्टॉप गाना चलाकर रखता था सेट पर।
इस वीडियो के एंड में भंसाली कहते हैं कि हीरामंडी को बनाना डिमांडिग प्रोसेस था और इसे रिपीट नहीं किया जा सकता। वह बोले, हमने इसे बनाया।
मुझे इसे बनाते हुए मजा आया और भगवान का शुक्र है कि हमने ये कर दिखाया। यह मुश्किल प्रोजेक्ट था। कोई भी दोबारा हीरामंडी को नहीं बना पाएगा, ना ही मैं इसे दोबारा बना पाऊंगा, यह एक ही बार होता है। जो अनुमान लगाए जा रहे थे कि हीरामंडी 2 बनेगी, उन पर संजय की इस बात ने फुल स्टॉप लगा दिया है।