लखनऊ। पैगम्बर के खिलाफ कथित टिप्पणी के बाद भाजपा के निलम्बित प्रवक्ता नुपूर शर्मा के समर्थन और शिवलिंग के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पदयात्रा निकालने की तैयारी कर रही अखिल भारत हिन्दू महासभा के दो प्रमुख नेताओं उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी और राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी को आज सुबह उनके आवासों पर नजरबंद कर दिया गया।
यह पदयात्रा शाम चार बजे से बाबू केडी सिंह स्टेडियम के पीछे से जीपीओ तक पद यात्रा निकाली जानी थी। पिछले तीन दिनों से चल रही तैयारियों के बाद आज शाम को यात्रा निकाली जाती।
हालांकि इससे पहले आज सुबह स्थानीय पुलिस प्रशासन ने हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी को उनके गुडम्बा थाना क्षेत्र के कुर्सी रोड स्थित प्रदेश कार्यालय से लगे आवास एवं हजरतगंज कोतवाली के निकट स्थित राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया।
ताकि हिन्दू महासभा की निकाली जाने वाली इस पद यात्रा को रोका जा सके। पद यात्रा के प्रमुख इन दोनों नेताओं के नजरबंद होने के बाद पार्टी ने फिलहाल पद यात्रा को स्थगित कर दिया और कहा कि नुपूर शर्मा के समर्थन और हिन्दू देवी देवताओं के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वालों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।
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मालूम हो कि अखिल भारत हिन्दू महासभा भाजपा से निलम्बन के बाद से ही नुपूर शर्मा के समर्थन में खड़ी है। नजरबंद किये गये नेताओं ने केन्द्र और प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि लोकतांत्रिक देश में आम आदमी को अपनी बात कहने से रोक रही है।
प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी और राश्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने एक बार फिर नुपूर शर्मा का समर्थन करते हुये कहा कि उसने कोई भी बात गलत नहीं बोली है, उसने वही कहा है कि जो उनकी किताब में लिखा हुआ है, यदि गलत बोला है कि इस्लामिक जानकारों को सामने आकर स्पष्ट करें कि आखिर नुपूर शर्मा ने गलत क्या बोला है।
वहीं इन दोनों नेताओं ने साफ कहा कि ज्ञानवापी में मिली शिवलिंग को लेकर मजाक उड़ाया जाता रहा तब तक किसी की भावनायें आहत नहीं हो रही थी, जैसे ही उनकी लिखी पुस्तक में तथ्यों का जरा सा जिक्र क्या हुआ पूरी दुनिया एकजुट होकर खड़ी हो गयी है, लेकिन बावजूद इसके वह अभी तक यह नही बता पाये आखिर नुपूर शर्मा ने गलत क्या कहा था।