वाराणसी। एक शिव शक्ति का स्थान चंद्रमा पर है तो दूसरा स्थान मेरी काशी में है। शिव शक्ति के इस स्थान से शिव शक्ति के उस स्थान पर भारत के विजय की मैं सबको बधाई देता हूं।
ये बातें पीएम मोदी ने गंजारी स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखने के दौरान बोली। उन्होंने अपने संबोधन का आगाज भोजपुरी में करते हुए बोला कि ”आज फिर से बनारस आवे क मौका मिलल ह, जौन आनंद बनारस में मिलेला ओकर व्याख्या असंभव ह।
पीएम ने बोला कि, आज वह ऐसे दिन काशी आए हैं, जब चंद्रमा के शिव शक्ति प्वाइंट पर पहुंचने का भारत का एक माह पूरा हो रहा है। शिव शक्ति वो स्थान जहां हमारा चंद्रयान आज ही के दिन लैंड हुआ था।
गंजारी का यह स्थान माता विंध्यवासिनी के धाम और काशी नगरी को जोड़ने के बीच एक पड़ाव है। कुछ दूर पर भारतीय लोकतंत्र के प्रखर पुरुष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजनारायण का गांव मोतीकोट है।
उन्होंने बोला कि वो इस धरती से राजनारायण और उनकी जन्मभूमि को सिर झुकाकर प्रणाम करते हैं। काशी में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखी गयी है।
ये ना केवल वाराणसी बल्कि पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान साबित होगा। महादेव की नगरी में ये स्टेडियम और उसकी डिजाइन स्वयं महादेव को समर्पित है।
क्रिकेट के एक से बढ़कर एक मैच होंगे। प्लेयर्स को अंतरराष्ट्रीय मैचों की ट्रेनिग का लाभ मिलेगा। आने वाले दिनों में क्रिकेट मैचों की संख्या भी बढ़ने जा रही है।
जब क्रिकेट मैच बढ़ेंगे तो नये नये स्टेडियम की जरूरत बढ़ेगी। बनारस का ये स्टेडियम इस डिमांड को पूरा करेगा। पूरे पूर्वांचल का ये चमकता हुआ सितारा बनेगा।
पीएम ने बोला कि ये अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम ईंट और कंक्रीट का मैदान नहीं,भविष्य के भारत का प्रतीक बनेगा। उन्होंने बोला कि हर विकास के लिए मेरी काशी अपना आशीर्वाद लिए मेरे साथ खड़ी रहती है।
आपके बिना काशी में विकास का संकल्प सिद्ध नहीं हो सकता है। आपके आशीर्वाद से हम काशी के कायाकल्प के लिए इसी तरह विकास के नये अध्याय लिखते रहेंगे।
उन्होंने बताया कि जब खेल का इंन्फ्रास्ट्रक्चर बनता है। तो खेल ही नहीं स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी उसका सकारात्मक असर होता है। जब ऐसे बड़े सेंटर बनेंगे तो बड़े आयोजन होंगे।
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बड़ी तादात में दर्शक और खिलाड़ी यहां आंएगे। होटल, खानपान की दुकान, रिक्शा ऑटो रिक्शा और नाव वालों को लाभ मिलेगा। नये स्पोर्ट्स कोचिंग सेंटर खुलेंगे और वाराणसी में स्पोर्ट्स इंडस्ट्री तैयार होगी।
पीएम ने बोला कि काशी का सांसद होने के नाते यहां आए बदलाव का मैं साक्षी रहा हूं। इस स्टेडियम के साथ ही सिगरा स्टेडियम के पुनर्निर्माण पर 400 करोड़ खर्च हो रहे हैं। 50 से अधिक खेलों के लिए जरूरी सुविधाएं विकसित हो रही हैं।
वो देश का बहुस्तरीय स्पोर्टस कॉम्पलेक्स होगा, जिसे दिव्यांगजनों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। इसे भी जल्द ही काशीवासियों को समर्पित किया जाएगा।
बड़ा लालपुर का सिंथैटिक ट्रैक हो, बास्केटबॉल कोर्ट, अखड़ा हो, हम नया निर्माण तो कर ही रहे हैं साथ ही साथ पुरानी व्यवस्था को भी सुधार रहे हैं।
हमने स्पोर्ट्स को युवाओं के फिटनेस, रोजगार और करियर से जोड़ा है। इस वर्ष केंद्रीय खेल बजट को तीन गुना बढ़ाया गया है। सरकार हमारे प्लेयर्स के साथ टीम मेंबर बनकर चलती है। स्कूल से यूनिवर्सिटी तक की प्रतियोगिताएं हैं। सरकार कदम कदम पर खिलाड़ियों की मदद कर रही है।
पीएम ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के इतिहास में भारत की उपलब्धि को ऐतिहासिक बताते हुए बोला कि पिछले कई दशकों में भारत ने जितने मेडल जीते थे उससे ज्यादा मेडल हमारे बच्चे इस बार लेकर आए हैं।
Speaking at foundation stone laying ceremony of International Cricket Stadium in Varanasi. It will help popularise sports and nurture sporting talent among youngsters. https://t.co/mcWhBvdTr7
— Narendra Modi (@narendramodi) September 23, 2023
पीएम ने एशियन गेम्स में गये प्लेयर्स को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि गांव गांव में खेलों के महारथी मौजूद हैं। जरूरी है इन्हें तलाशने और तराशने की। आज छोटे छोटे शहरों के खिलाडी देश की शान बने हुए हैं।
खेलो इंडिया अभियान से देश के कोने से प्लेयर्स की पहचान की जा रही है। उन्हें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनाने में सरकार अहम भूमिका निभा रही है। पहले अच्छे स्टेडियम कुछ बड़े शहरों में ही मौजूद थे।
देश के कोने कोने में खेलो इंडिया अभियान के जरिए स्पोर्ट स्टेडियम बनाये जा रहे हैं। इसका लाभ बेटियों को मिल रहा है। नई शिक्षा नीति में खेल को साइंस, मैथ और कॉमर्स की तरह ही महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। देश का मिजाज ऐसा बना है कि जो खेलेगा वही खिलेगा।