लखनऊ। राजधानी लखनऊ की ऐतिहासिक धरोहर इमामबाड़ा शाहनजफ की बदहाल स्थिति पर चिंता जताते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व राज्य मंत्री मोहसिन रज़ा ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) लखनऊ मंडल को पत्र लिखकर तत्काल संरक्षण की मांग की है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो यह विरासत स्मारक गंभीर संकट में पड़ सकता है।
मोहसिन रज़ा ने अपने पत्र में इमामबाड़ा शाहनजफ की गिरती हालत का उल्लेख करते हुए कहा कि यह संरचना आज गहरी दरारों, झड़ते प्लास्टर और कमजोर होती छतों की वजह से खतरे की कगार पर पहुंच चुकी है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि जल्दी हस्तक्षेप नहीं हुआ तो न केवल यह ऐतिहासिक धरोहर नष्ट हो सकती है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा पर भी संकट खड़ा हो जाएगा।
उन्होंने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को याद दिलाया कि इमामबाड़ा शाहनजफ भारतीय पुरातत्व अधिनियम, 1958 के अंतर्गत संरक्षित स्मारक है, और इसकी देखरेख की पूरी जिम्मेदारी एएसआई की है।
उन्होंने मांग की है कि तुरंत तकनीकी सर्वेक्षण कर संरचनात्मक मजबूती का आकलन किया जाए, एक विस्तृत संरक्षण योजना बनाई जाए और स्मारक के दीर्घकालिक रखरखाव के लिए सुदृढ़ प्रबंधन प्रणाली लागू की जाए।
मोहसिन रज़ा ने उम्मीद जताई कि एएसआई इस गंभीर मुद्दे पर शीघ्र और ठोस कदम उठाएगा ताकि लखनऊ की इस ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को बचाया जा सके।
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