आयकर विभाग की पूरी कोशिश, आयकर दाताओं को न हो कोई परेशानी 

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लखनऊ। आयकर दिवस के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा ऑनलाइन सन्देश रविवार को फेसबुक लिंक https://www.facebook.com/HelpUEducationalAndCharitableTrust पर
प्रसारित किया गया।

यह संदेश आशु जैन (आईआरएस), प्रधान आयकर महानिदेशक, (सेवानिवृत्त) केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, नई दिल्ली ने दिया। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग के 162 वर्ष पूरे कर चुके हैं और 24 जुलाई को आयकर दिवस भी मनाते हैं।  इस वर्ष हम आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहे हैं।

आज का यह कार्यक्रम हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के सौजन्य से किया जा रहा है जिनका मैं धन्यवाद देता हूं। आजादी का मतलब सिर्फ राजनीतिक स्वतंत्रता नहीं है, बल्कि यदि हम अपने राष्ट्र के प्रति, समाज के प्रति, पर्यावरण के प्रति, अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर पाएंगे तभी हम सभी सही रूप से स्वतंत्र हो पाएंगे।

स्वतंत्रता का सबसे बड़ा मतलब आर्थिक स्वतंत्रता है। जब तक हम आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं होते तब तक हमें सम्मान की नज़रो से नहीं देखा जाएगा। भारत सरकार व आयकर विभाग निरंतर यह प्रयास कर रहा है कि किस तरह से हम
देश को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बना पाए।

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आयकर ऐसा शब्द है जिसे सुनकर लोग काफी सतर्क हो जाते हैं। आयकर सबसे पहले 24 जुलाई 1860 में भारतवर्ष
में लगाया गया था। पहले स्वतंत्रता संग्राम 1857 के बाद देश की आर्थिक व्यवस्था अस्त व्यस्त हो गई थी तब अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आयकर लगाया गया था।

वैदिक काल में भी आयकर के बारे में बताया गया है, मनुस्मृति में भी आयकर की चर्चा है, कालिदास के रघुवंशम में भी आयकर का जिक्र है, आयकर के निर्माता चाणक्य को माना जाता है तथा उनकी अर्थशास्त्र विषय पर लिखी गयी पुस्तक ही आयकर का आधार बना।

उन्होंने कहा कि आज भी कहीं ना कहीं लोगों के मन में एक भय बना है व लोग आज भी आयकर का भुगतान नहीं करना चाहते। जब मैं  1983 में आईआरएस की ट्रेनिंग के दौरान नागपुर इंस्टिट्यूट में था तब भी हम सब यही वार्ता करते थे कि लोगों की मन:स्थिति किस तरह बदली जाए।

इस को बदलने के लिए आयकर विभाग में अनेक सुविधाएं मुहैया  करवाई – आयकर देने वालों के लिए विभाग में अलग से काउच बनाया गया है, आयकर सेवा केंद्र बना दिए गए, ऑनलाइन रिटर्न फाइल की सुविधा दे दी गई है, आप घर बैठे रिफंड भी प्राप्त कर सकते हैं।

अब एक नई स्कीम आ गई है फेसलेस एसेसमेंट जिससे घर बैठे ही आपका एसेसमेंट भी हो जाएगा। आयकर विभाग की अब यह पूरी कोशिश है कि आयकर दाताओं को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े और हम सभी मिलकर एक आर्थिक रूप से स्वतंत्र देश का निर्माण कर सकें।

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