नई दिल्ली। मेजबान भारत ने 83 स्वर्ण, 3 रजत व 1 कांस्य पदक के साथ दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित द्वितीय एशियन योगासन स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में ओवरऑल चैंपियनशिप जीत ली।
दूसरी ओर जापान 3 स्वर्ण, 3 रजत, 4 कांस्य पदक के साथ दूसरे स्थान पर रहा। मंगोलिया को 1 स्वर्ण, 11 रजत व 6 कांस्य पदक के साथ तीसरा, ओमान को 1 स्वर्ण, 3 रजत, 7 कांस्य के साथ चौथा व नेपाल को 27 रजत, 12 कांस्य के साथ पांचवां स्थान मिला।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय कॉरपोरेट कार्य राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना की और योगासन को मिल रही अंतरराष्ट्रीय पहचान की प्रशंसा की। इस चैंपियनशिप में 20 एशियाई देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया और पूरे जोश व उत्साह के साथ अपने योग कौशल का प्रदर्शन किया।
जापान को दूसरा व मंगोलिया को तीसरा स्थान
योगासन भारत और एशियन योगासना फेडरेशन द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में आयुष मंत्रालय, युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय तथा भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने सह-आयोजक की भूमिका निभाई।
हालांकि, इस प्रतिस्पर्धा का मुख्य केंद्र प्रतिस्पर्धा नहीं था। इसका असली उद्देश्य था, विश्व को योगासना के जरिए विवेकपूर्ण जीवनशैली की ओर अग्रसर करना और शांति एवं एकता का प्रचार करना।
एशियन योगासन फेडरेशन के अध्यक्ष संजय मालपानी ने कहा कि “भारत में जन्मा योग अब एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है। योग का डंका अब पूरे विश्व में बज रहा है और योगासना को एशियन गेम्स में डेमो स्पोर्ट के रूप में शामिल किया जाना इसका प्रमाण है।
योगासन भारत और वर्ल्ड योगासना के महासचिव जयदीप आर्य ने कहा कि योग को हमें जीवनशैली में उतारना होगा। जापान में जो एशियन गेम्स होने जा रहे हैं उनमें योगासना का डेमो स्पोर्ट के रूप में शामिल होना हमारे लिए एक नए चैप्टर की शुरुआत होगी।
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