नई दिल्ली: मौजूदा युवा विश्व चैंपियन अल्फिया पठान और गीतिका ने सोमवार को कजाकिस्तान की राजधानी नूर-सुल्तान में आयोजित इलोर्डा कप में चौंकाने वाले प्रदर्शन से स्वर्ण पदक हासिल किया। भारत की अन्य दो महिला मुक्केबाज-कलाइवानी श्रीनिवासन और जमुना बोरो को रजत पदक मिला।
इलोर्डा कप बाक्सिंग
नागपुर की अल्फिया ने 2016 विश्व चैंपियन और खिताब की प्रबल दावेदार माने जाने वाली लज्जत कुंगेइबायेवा को महिला +81 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में बिना पसीना बहाए एकतरफा अंदाज में 5-0 से हराया, जबकि गीतिका ने 48 किग्रा भार वर्ग के अखिल भारतीय महिला फाइनल में हमवतन कलाइवानी पर 4-1 से रोमांचक जीत दर्ज की।
यह दोनों युवाओं, अल्फिया और गीतिका की पहली सीनियर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता थी। अल्फिया मौजूदा एशियाई चैंपियन कुंगेइबायेवा के खिलाफ पूरी तरह हावी रही। अल्फिया ने एक बार भी कुंगेइबायेवा को पैर जमाने का मौका नहीं दिया और अंततः एकतरफा अंदाज में मैच जीतने में सफल रहीं।
अनुभवी कजाख मुक्केबाज अपने श्रेष्ठ लय में नजर आ रही इस युवा भारतीय के खिलाफ पूरी तरह बेअसर दिखी। स्वर्ण पदक जीतने के बाद उत्साहित अल्फिया ने कहा, “विशेष रूप से विश्व चैंपियन के खिलाफ जीत हासिल करते हुए स्वर्ण पदक जीतना एक अद्भुत अहसास है।”
गीतिका ने भी झटका स्वर्ण, जमुना और कलाइवानी ने जीता रजत
इससे पहले रोहतक की गीतिका ने हमवतन कलाइवानी के खिलाफ रोमांचक जीत से देश को पहला स्वर्ण दिलाया। इस मुकाबले में दोनों मुक्केबाजों ने आक्रामक इरादे से शुरुआत की और एक-दूसरे पर हमला करती रहीं। दोनों एक दूसरे पर लगातार घूंसे बरसाती रहीं।
इसी बीच गीतिका ने अपना गियर बदला और लगातार हमलों के दम पर परिणाम अपने हक में करने में सफल रहीं। गीतिका ने अपनी जीत के बाद कहा, “पहले सीनियर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतना बहुत अच्छा अहसास है। यह एक शुरुआत है। मैं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में वरिष्ठ स्तर पर और पदक जीतना चाहती हूं।”
भारत ने कुल 14 पदकों के साथ खत्म किया अभियान
इस बीच, 2019 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता जमुना को उज्बेकिस्तान की निगिना उकटमोवा के खिलाफ 54 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में 0-5 से हार मिली। अल्फिया और गीतिका को स्वर्ण पदक जीतने पर 700 अमेरिकी डालर की पुरस्कार राशि मिली।
रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 400 अमेरिकी डॉलर और 200 अमेरिकी डॉलर से पुरस्कृत किया गया।अंतिम दिन दो स्वर्ण और इतने ही रजत पदक जीतने के साथ भारतीय दल ने टूर्नामेंट के उद्घाटन संस्करण में 10 कांस्य सहित कुल 14 पदकों के साथ अपने अभियान का समापन किया।
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भारतीय महिला मुक्केबाजों ने टूर्नामेंट में दो स्वर्ण, दो रजत और छह कांस्य पदक हासिल किए। टूर्नामेंट में भारत, उज्बेकिस्तान, मेजबान कजाकिस्तान, क्यूबा, चीन और मंगोलिया जैसे देशों के शीर्ष खिलाड़ी शामिल हुए।
ज्योति गुलिया (52 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा), सोनिया लाठेर (57 किग्रा), नीमा (63 किग्रा), ललिता (70 किग्रा) और बबीता बिष्ट (81 किग्रा) महिला वर्ग में कांस्य पदक विजेता रहीं।
पुरुषों में कुलदीप कुमार (48 किग्रा), अनंत चोपडे (54 किग्रा), सचिन (57 किग्रा) और जुगनू (92 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते। महिला वर्ग में दो टीमों के साथ 33 सदस्यीय भारतीय दल ने टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था।