लखनऊ। आगामी आईबीएसए जूडो ग्राण्ड प्री में प्रतिभाग के लिए भारत की 6 सदस्यीय दृष्टिबाधित जूडो टीम लखनऊ से रवानगी के बाद बाकू पहुंच गई।
नेशनल पैरालंपिक कमेटी ऑफ दि रिपब्लिक ऑफ अज़रबैजान द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता के लिए भारतीय टीम का कैंप इंडियन ब्लाइंड एण्ड पैरा जूडो एसोसिएशन द्वारा इंडियन पैरा जूडो अकादमी, हलवासिया कोर्ट, हज़रतगंज में आयोजित किया गया था। इस कैंप में जापानी कोच सोमा नगाऊ ने खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी थी।
भारतीय टीम में 1 पुरुष व 3 महिला खिलाड़ियों सहित 1 मैनेजर कम कोच एवं 1 फिज़ियोथेरेपिस्ट हैं। इसमें उत्तर प्रदेश के दीपक कुमार मैनेजर कम कोच और मेघना नंदेय फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका में होंगे।
दूसरी ओर इंडियन ब्लाइंड एंड पैरा जूडो एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उम्मीद जताई कि भारतीय खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन कर पदक जीतते हुए प्रदेश व देश का गौरव बढ़ाएंगे।
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इससे पहले भी ये दृष्टिबाधित खिलाड़ी कई बार राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुके है और हाल ही में बर्मिघम (यूके) में हुई आईबीएसए वर्ल्ड गेम्स में कांस्य पदक जीता था।
यह जानकारी देते हुए इंडियन ब्लाइंड एण्ड पैरा जूडो एसोसिएरशन के उपाध्यक्ष सुधीर हलवासिया ने बताया कि यह प्रतियोगिता फ्रांस पैरालंपिक-2024 का क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट भी है। यहां अच्छे प्रदर्शन व पदक जीतने पर आगामी पैरालंपिक के लिए अंक भी भी मिलेंगे।
भारतीय टीम इस प्रकार हैः-
- कपिल परमार (मध्य प्रदेश), कोकिला, मुकेश रानी (हरियाणा), रेनुका नारायण साल्वे (महाराष्ट्र)
- मैनेजर कम कोच : दीपक कुमार गुप्ता (उत्तर प्रदेश), फिजियोथेरेपिस्ट : मेघना नंदेय (उत्तर प्रदेश)