औषधीय फसलों के उत्पादन, उनकी गुणवत्ता एवं मूल्य संवर्धन के बारे में दी जा रही जानकारी

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लखनऊ। सीएसआइआर सीमैप, लखनऊ में राज्य औषधीय पादप बोर्ड (सीमा) रहमानखेड़ा, लखनऊ के वित्तीय सहयोग से औषधीय फसलों के उत्पादन, उनकी गुणवत्ता एवं मूल्य संवर्धन पर दो दिवसीय कौशल विकास कार्यक्रम का उदघाटन सीमैप के निदेशक डॉ प्रबोध कुमार त्रिवेदी एवं सीमा के अपर निदेशक डॉ पी के गुप्ता द्वारा किया गया।

सीएसआइआर-सीमैप में दो दिवसीय कौशल विकास कार्यक्रम की हुई शुरुआत

इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के किसानों एवं एफ पी ओ ने प्रतिभाग किया, इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों की संख्या 50 थी। उदघाटन सत्र के बाद सीमैप के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ राजेश कुमार वर्मा ने सीएसआईआर सीमैप की गतिविधियों एवं चल रही विभिन्न परियोजनाओं के बारे मे प्रतिभागियों को अवगत कराया।

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सीमैप के मुख्य वैज्ञानिक डॉ लईक उर रहमान द्वारा कौशल विकास कार्यक्रम के बारे बतया गया एवं उद्घाटन सत्र का समापन तकनीकी अधिकारी श्री आशीष कुमार द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में एसएमपीबी के वैज्ञानिक डॉ पी के कनोजिया द्वारा उत्तर प्रदेश में एसएमबीपी के क्रियाकलापों के बारे मे बताया।

इसके तत्पश्चात विभिन्न वैज्ञानिकों जिनमे डॉ त्रिप्ता झंग द्वारा अश्वगंधा की उन्नत खेती एवं डॉ आर के लाल द्वारा तुलसी की उन्नत कृषि प्रक्रियाओं के बारे मे व्याख्यान दिया गया।

इसके बाद डॉ वी आर सिंह द्वारा सतावर की खेती एवं प्रबंधन के बारे मे बतया गया तथा कीट वैज्ञानिक डॉ संतोष केदार द्वारा औषधीय पौधों में कीट प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गयी। अंततः प्रतिभागियों को प्रक्षेत्र स्टाफ द्वारा प्रक्षेत्र भ्रमण के उपरांत प्रथम दिवस का कार्यक्रम समाप्त किया गया।

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