लखनऊ: अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर, सुएज फाउंडेशन इंडिया और सपनों की उड़ान एनजीओ ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें एसिड अटैक सर्वाइवर महिलाओं ने सिंधी गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं के साथ अपने संघर्ष और सफलता की कहानियां साझा कीं।
कार्यक्रम के दौरान, एसिड अटैक सर्वाइवर शालिनी साहू ने अपनी प्रेरणादायक यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “सुएज फाउंडेशन इंडिया ने न केवल मुझे सपोर्ट किया, बल्कि मेरी स्किल्स को भी बेहतर बनाया। आज मैं आत्मनिर्भर हूं, अपने पैरों पर खड़ी हूं, और किसी पर बोझ नहीं हूं।”
इस मौके पर सुएज इंडिया के परियोजना निदेशक राजेश मठपाल ने कहा, “जब हम बच्चों के भविष्य की बात करते हैं, तो हमें उनके अधिकारों, शिक्षा और स्वाभिमान पर विशेष ध्यान देना होगा। खासतौर पर उन लड़कियों और महिलाओं के लिए जो समाज की रूढ़ियों से लड़ते हुए अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रही हैं, जैसे कि एसिड अटैक सर्वाइवर्स।”
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कॉलेज की शिक्षिका श्वेता केहलवानी ने इस पहल का स्वागत करते हुए सुएज फाउंडेशन इंडिया और सपनों की उड़ान एनजीओ का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह पहल न केवल महिलाओं को सशक्त बनाती है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी मददगार है।”
कार्यक्रम में सुएज इंडिया के पंकज सिंह, अक्षत सक्सेना, सुमित सिंह और सपनों की उड़ान फाउंडेशन की खुशी पांडेय मौजूद रहीं। यह आयोजन शिक्षा और सशक्तिकरण का एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभरा, जिसने छात्राओं को आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान के महत्व को समझने का अवसर दिया।
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