लखनऊ। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह शुक्रवार को एक बार फिर गोमतीनगर के किसान बाजार स्थित राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के कार्यालय पहुंचे।
एजेंसियों के चयन की टेंडर प्रक्रिया और कार्य आवंटन को लेकर अफसरों से लम्बी चर्चा
उन्होंने यहां अधिकारियों के साथ मिशन के कार्यों को संचालित कर रही एजेंसियों और कार्य प्रगति पर लम्बी चर्चा की। स्वतंत्र देव सिंह ने अलग-अलग कार्यों की मॉनीटरिंग कर रहे नोडल अफसरों से एक-एक कर बातचीत की। कार्य कर रही एजेंसियों और उनके प्रबंधन के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली।
राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन कार्यालय में लगभग साढ़े तीन घंटे बिताने के दौरान जल शक्ति मंत्री ने एजेंसियों के कार्य आवंटन को लेकर भी अधिकारियों से लम्बी पूछताछ की।
जल जीवन मिशन में काम कर रही एजेंसियों की कार्यप्रगति की जानकारी ली
उन्होंने एजेंसियों के संचालकों के नाम, मोबाइल नम्बर अनिवार्य रूप से दर्ज करने व समय-समय पर कार्यप्रगति को लेकर उनसे बातचीत करते रहने के भी निर्देश दिये। जल शक्ति मंत्री ने जागरूकता, सहायक एजेंसियों, थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन (टीपीआई), प्रशिक्षण कार्य कर रही एजेंसियों, आईएसए व कंस्ट्रक्शन क्षेत्र से जुड़े कार्यों और एजेंसियों का पूरा ब्योरा भी लिया।
विभिन्न कार्याें की मॉनीटरिंग कर रहे नोडल अफसरों से एक-एक कर बातचीत की
इस दौरान उनके साथ राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह लगातार राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के कार्यालय पहुंचकर कार्यों की पड़ताल करने के साथ ही एजेसिंयों और उनकी कार्यप्रणाली की निगरानी भी कर रहे हैं। पिछले 10 दिनों में जल शक्ति मंत्री दूसरी बार शुक्रवार को मिशन के दफ्तर पहुंचे और कार्यों की समीक्षा की