नोएडा। आक्रामक अंदाज और रक्षापंक्ति से तालमेल भरे खेल का फायदा उठाते हुए जापान ने 10वीं एशियन महिला यूथ हैंडबॉल चैंपियनशिप का खिताब एक रोमांचक मुकाबले में मात्र एक गोल के अंतर से अपने नाम कर लिया।
नोएडा के इंडोर स्टेडियम में खेली जा रही चैंपियनशिप के फाइनल में जापान ने दक्षिण कोरिया को 24-23 गोल से मात दी। वहीं कांस्य पदक के मुकाबले में चीन ने चीनी ताइपे को 28-14 गोल से हराया।
फाइनल मैच में जापान व दक्षिण कोरिया के मध्य कांटे की टक्कर हुई लेकिन दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों ने शानदार रक्षात्मक खेल का प्रदर्शन किया जिसके चलते दोनों टीमों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
जापान ने हॉफ टाइम तक 12-9 गोल से बढ़त हासिल कर ली थी। दूसरे हॉफ में कोरिया ने फिर तेज मूव बनाए लेकिन उन्हें जापान से बखूबी जवाब मिला। इस मैच में एक-एक अंक के लिए कड़ा संघर्ष हुआ जिसमें दोनों टीमों ने कई बार बराबरी हासिल की।
कोरिया ने दूसरे हाफ के 8वें मिनट में बराबरी के बाद 12वें मिनट में 15-15 से बराबरी के एक मिनट बाद ही 16-15 से बढ़त बना ली। वहीं जापान को कई फाउल के चलते कई पेनाल्टी भी मिली। दूसरे हॉफ के 18वें मिनट में कोरिया ने 19-17 की बढ़त बना ली।
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हालांकि 25वें मिनट में जापान ने 20-20 से बराबरी हासिल करने के एक मिनट बाद 21-20 से बढ़त बना ली लेकिन अगले ही मिनट कोरिया ने स्कोर फिर 23-23 से बराबरी कर ली।
इसके एक मिनट बाद जापान की खिलाड़ी ने विजयी गोल दागते हुए टीम को 24-23 से बढ़त दिला दी जो अंत तक कायम रही और अंत में जापान ने 10वीं एशियन महिला यूथ हैंडबॉल चैंपियनशिप की ट्राफी जीत ली।
जापान की ओर से युइ यासुगाहिरा ने सबसे ज्यादा 6 गोल दागे। यूमी मत्सुमोतो व जूरिना कियो ने 5-5 गोल व मामी नाकामुरा ने 4 गोल करने में सफलता हासिल की। दक्षिण कोरिया की ओर से शिन चेह्युन ने सर्वाधिक 9 गोल, किम जिसेओन ने 6, ईमी सोई ने तीन व बेओम डबिन ने दो गोल करने में सफलता हासिल की।
मैच के समापन व पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि बीबीडी ग्रुप की चेयरपर्सन श्रीमती अलका दास (अध्यक्ष, यूपी हैंडबॉल एसोसिएशन) ने पुरस्कार वितरित किए।
इस अवसर पर हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला, कोषाध्यक्ष डॉ. तेजराज सिंह. महासचिव ए.जगन मोहन राव, कार्यकारी निदेशक डा.आनन्देश्वर पाण्डेय व अन्य पदाधिकारीगण भी मौजूद थे।
चीन ने जीता कांस्य पदक
इससे पहले खेले गए कांस्य पदक के मैच में चीन ने चीनी ताइपे के खिलाफ 28-14 गोल से जीत दर्ज की। मैच में हॉफ टाइम तक चीन 15-5 गोल से आगे था। चीन की ओर झिंग जी यान ने सर्वाधिक 10, झांग क्यू ने 6, चेन जिन यू ने 4 जबकि वेई झिन व यांग जेई ने दो-दो गोल किए।
विशेष पुरस्कार
बेस्ट गोलकीपर : सु मी हान (चीन)
बेस्ट राइट विंग : सर्वश्रेष्ठ दक्षिणपंथी – चुंग वांग ही (चीनी ताइपे)
बेस्ट राइट बैक : ज़िंग ज़ियांग (चीन)
बेस्ट सेंटर बैक: एम नाकामुरा (जापान)
बेस्ट लेफ्ट बैक : बेओम डबिन (दक्षिण कोरिया)
बेस्ट लेफ्ट विंग : हियो मिनजी (जापान)
बेस्ट एमवीपी : शिन्चाहेई (कोरिया)
टूर्नामेंट की शीर्ष आठ टीमें
- जापान
- दक्षिण कोरिया
- चीन
- चीनी ताइपे
- भारत
- कजाकिस्तान
- हांगकांग, चीन
- नेपाल