रक्षा मंत्रालय के पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के पुनर्वास महानिदेशालय ने एनएसडीसी के सहयोग से सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों (ईएसएम) के लिए लखनऊ के कॉल्विन तालुकदार्स कॉलेज मैदान में रोज़गार के अवसरों की तलाश कर रहे पूर्व सैनिकों/सेवानिवृत्त कर्मियों और कॉर्पोरेट संस्थाओं को एक साझा मंच पर लाने हेतु एक रोज़गार मेले का आयोजन किया।
इस आयोजन को लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों के पूर्व सैनिकों से भारी प्रतिक्रिया मिली। सेना, नौसेना और वायु सेना के 2000 से अधिक पूर्व सैनिकों ने पंजीकरण कराया और इस आयोजन में शामिल हुए। रोज़गार मेले में 40 कंपनियों ने भाग लिया और 2750 से अधिक रिक्तियों की पेशकश की।
डॉ. नितेन चंद्रा, आईएएस, सचिव, भूतपूर्व सैनिक कल्याण और मेजर जनरल एसबीके सिंह, महानिदेशक (पुनर्वास) ने फिक्की यंग लीडर्स फोरम (वाईएलएफ) उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिज्ञ श्री नीरज सिंह से बातचीत की, जिन्होंने डीजीआर के स्टॉलों का दौरा किया।
सचिव, ईएसडब्ल्यू और महानिदेशक (पुनर्वास) ने ईएसएम और कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा, चीफ ऑफ स्टाफ, मध्य कमान, मेजर जनरल नवनीत नारायण, एमजी-आईसी (प्रशासन), मुख्यालय मध्य कमान और ब्रिगेडियर विकास बत्रा, एडीजी, डीआरजेड (सी) भी इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे।
चयनित ईएसएम का साक्षात्कार/स्क्रीनिंग की जाएगी और उसके बाद उन्हें पर्यवेक्षी, तकनीकी सहायता, प्रबंधन प्रशासन से लेकर विभिन्न भूमिकाओं में नियुक्त किया जाएगा।
यह कार्यक्रम कॉर्पोरेट और ईएसएम दोनों के लिए लाभदायक रहा। जहाँ एक ओर पूर्व सैनिकों को अपनी सेवा के वर्षों के दौरान अर्जित तकनीकी और प्रशासनिक कौशल का प्रदर्शन करने का एक मंच मिला,
वहीं दूसरी ओर कॉर्पोरेट्स को भी अनुभवी, अनुशासित और कुशल पूर्व सैनिकों की स्क्रीनिंग का लाभ मिला। यह जॉब फेयर डीजीआर की एक पहल है जो पूर्व सैनिकों को करियर के दूसरे विकल्प प्रदान करती है।
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