खेल महाकुंभ : सोशल मीडिया नहीं, खेल बच्चों का सर्वांगीण विकास करेगा

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प्रयागराज : आज ‘खेल महाकुंभ’ के 6वें दिन मुख्य अतिथि के तौर पर क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रसाद मोहनकर जी शामिल हुये. उन्होंने दीप प्रज्वलन के बाद आयोजित हुये पहले संवाद सत्र में सवालों के जवाब देते हुये कहा कि क्रीड़ा भारती संस्था नहीं बल्कि सामाजिक संगठन है, इसलिये लोग बिना निजी हित के हमारे साथ जुड़े हैं.

हर गांव में स्टेडियम, भारत के पारंपरिक खेलों का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार और हर होनहार खिलाड़ी को सुविधा देने का हमारा मिशन है और हम इस संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं. सोशल मीडिया नहीं बल्कि मैदान पर खेले जाने वाले खेल बच्चों को तन और मन से स्वस्थ्य बनाते हैं.

खेल महाकुंभ के संवाद संगम के दूसरे सत्र में अंतर्राष्ट्रीय रेसलर और मोटिवेशनल स्पीकर संग्राम सिंह शरीक हुये. उन्होंनें अपने अनुभवों से युवा प्रतिभाओं को प्रेरित करते हुये कहा कि क्रीड़ा भारती और टीवाईसी की युवा खिलाड़ियों को बढ़ाने की पहल शानदार है, आज के युवा ही भारत में 2036 में होने वाले ओलंपिक में मैडल लायेंगे. जिसनें अपनी भावनाओं को काबू में कर लिया, जिसनें दिमागी तौर पर अपने आप को मजबूत कर लिया, उसे जीतने से कोई नहीं रोक सकता है

खो-खो फाइनल में टीम काशी प्रांत टीम विजयी रही

खेल महाकुंभ में चल रहे खो-खो के फाइनल में 38 में से 4 ग्रुप की 8 टीमें पहुंची, जिसमें से सीनियर वर्ग टीम में काशी प्रांत टीम विजयी रही और बिहार प्रांत की टीम उपविजेता रही.

अंतर्राष्ट्रीय रेसलर और मोटिवेशनल स्पीकर संग्राम सिंह ने बच्चों को दिया जीत का गुरुमंत्र

वहीं अगर तीरंदाजी की बात करे तो आज तीरंदाजी 70 मीटर रेंज में महिला और पुरुष मिलाकर यूपी के विभिन्न प्रांतों और उत्तराखंड के कुल 20 खिलाड़ियों नें भाग लिया. जिसका फाइनल बुद्धवार को होगा. इसके अलावा पांडाल के अंदर विभिन्न प्रांतों से आये हुये लोगों नें पिड्डू, रस्साकशी, गुट्ट्क और कंचे जैसे खेलों में भाग लेकर मनोरंजन किया.

खो-खो और तीरंदाजी के खिलाड़ियों नें स्फूर्ति और अचूक निशाने से दर्शकों को किया हतप्रभ

क्रीड़ा भारती और टीवाईसी द्वारा महाकुंभ के सैक्टर 10 में आयोजित ‘खेल महाकुंभ’ के 6वें दिन क्रीड़ा भारती यूपी उपाध्यक्ष अंगद सिंह नें मुख्य अतिथि का शॉल पहनाकर स्वागत किया. इस अवसर पर खेल जगत के प्रतिभावान खिलाड़ियों के अलावा क्रीड़ा भारती के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे.

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