लखनऊ। लोक संस्कृति शोध संस्थान की मासिक लोक चौपाल में शत प्रतिशत मतदान का संकल्प लिया गया। शुक्रवार को आनलाइन हुए आयोजन में वक्ताओं ने लोकतंत्र में लोकमत की भूमिका विषय पर अपनी बातें रखीं। इस अवसर पर लोक विदुषी डा. विद्या विन्दु सिंह को पद्मश्री मिलने की खुशियां साझा की गयीं तथा उन्हें लोगों ने मुक्त कंठ से बधाई दी।
लोक चौपाल में लिया गया शत प्रतिशत मतदान का संकल्प
चौपाल चौधरी प्रो. कमला श्रीवास्तव ने नागरिक अधिकारों और कर्त्तव्यों की ओर लोगों ध्यान आकृष्ट कराया तथा देश के प्रति अपने दायित्वों को निभाने के लिए संकल्पित होने का आह्वान किया। चौपाल में देशभक्ति और बधाई गीतों की प्रस्तुति भी हुई।
देशभक्ति व बधाई गीतों से गुलजार हुई चौपाल
मधु श्रीवास्तव ने स्वागतम ते स्वजन, शकुन्तला श्रीवास्तव ने कैसा सुहाना दिन है ये, अंजलि श्रीवास्तव ने डुबते सुरुजवा जहां हो जाले रतिया, वरिष्ठ लोकगायिका इन्दू सारस्वत ने गांधी बाबा लाये स्वराजी मोटर का, सुरभि सिंह ने मेरा देश मेरा मुल्क, सरिता अग्रवाल ने ब्रज में बजत बधाई रे माई, सुषमा अग्रवाल ने आज तो बधाई गावो रंगमहल में, सरिता श्रीवास्तव ने मेरे आंगन आशा दीप जले गाया।
पद्मश्री डा. विद्याविन्दु सिंह को मिली बधाईयां
कल्पना सक्सेना ने मन की वीणा से गुंजित, डा. भक्ति शुक्ला ने जैसे कि चन्दा चमके, रीता पांडेय ने अपनी ताकत को पहचान चलो करें हम मतदान, ज्योति किरन रतन ने गुजित ध्वनि मंगल, रेखा मिश्रा ने देश के वीरों समय ने छोड़ा, तेजस्वी गोस्वामी ने मैं अगम अनाम अगोचर, संगीता खरे ने वंदे मातरम गीत यही अब गाना, रेनू दुबे ने ऐ मेरी जान भारत, पल्लवी निगम ने भारत मां की धरती पर… सुनाया।
ऐ वतन आबाद रहे तू पर जिया द्विवेदी तथा कृष्ण है वंशी पर सानवी सरन ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शक्ति श्रीवास्तव, रचना गुप्ता, सुधा द्विवेदी, रीता श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।