लखनऊ : एमसी सेंटर और कॉलेज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, लखनऊ में आयोजित पुरुषों के लिए अग्निवीर भर्ती रैली का बुधवार को आखिरी दिन था।
भर्ती कार्यालय (मुख्यालय), लखनऊ के एओआर के तहत यूपी के 13 जिलों से अप्रैल में ऑनलाइन सामान्य प्रवेश परीक्षा में उपस्थित होने वाले शॉर्टलिस्टेड उम्मीदवारों ने गत 16 नवंबर से शुरू हुई इस रैली में भाग लिया। लगभग 1300 अभ्यर्थियों को कॉल उप किया गया था जिनमें से लगभग 940 अभ्यर्थी उपस्थित रहे।
मेजर जनरल मनोज तिवारी, जोनल भर्ती अधिकारी, मुख्यालय भर्ती जोन, उत्तर प्रदेश ने आज मीडिया से बातचीत की और यूपी की इस तीसरी रैली के बारे में जानकारी दी। अग्निपथ योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने बताया कि इस योजना पर प्रारंभिक आशंकाओं को व्यापक आउटरीच कार्यक्रमों के साथ कम कर दिया गया है।
उन्होंने गतिशील अग्निपथ योजना के बारे में जानकारी दी, जहां एक व्यक्ति नामांकित होने के बाद, राष्ट्र की सेवा करता है, अपने शिक्षा मानकों को बढ़ाता है और यदि बरकरार नहीं रहता है, तो बाहर करियर के लिए तैयार रहता है।
जनरल ऑफिसर ने बताया कि रैलियों का संचालन बिना किसी पक्षपात के बिल्कुल पारदर्शी और निष्पक्ष है, इसलिए उम्मीदवारों को दलालों/एजेंटों का शिकार नहीं बनना चाहिए और प्रतिबंधित दवाओं या प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाओं के उपयोग से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के पास कोई एजेंट नहीं है और यदि कोई ऐसा व्यक्ति किसी से संपर्क करता है, तो मामले की सूचना निकटतम सेना भर्ती कार्यालय या नागरिक पुलिस को दी जानी चाहिए।
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मेजर जनरल मनोज तिवारी ने रैलियों के सफल और सुचारू संचालन के लिए भारतीय सेना, स्टेशन कमांडरों, स्थानीय नागरिक प्रशासन और पुलिस कर्मियों के प्रयासों के प्रति आभार व्यक्त किया। इसके बाद 27 व 28 नवंबर को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लिए अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस भर्ती रैली आयोजित की जाएगी ।