लता जी ने गीतों को अपने स्वर देकर सदा के लिए कर दिया अमर

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लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2022 की पूर्व संध्या पर तहत नारी शक्ति को समर्पित, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र  के संयुक्त तत्वावधान में स्वरसाम्राज्ञी भारत-रत्न लता मंगेशकर को समर्पित ‘सांस्कृतिक संध्या’ “लता स्वरांजलि” का आयोजन हुआ।

सीएमएस ऑडिटोरियम, विशाल खंड–02, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ.रूपल अग्रवाल तथा ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समिति की सदस्य श्रीमती श्रुति सिंह तथा सुश्री सत्या सिंह ने दीपप्रज्वलन तथा स्वर साम्राज्ञी भारत-रत्न लता मंगेशकर जी के चित्र पर श्रद्धान्वत पुष्पार्पण करके हुई।

भारत-रत्न लता मंगेशकर को समर्पित सांस्कृतिक संध्या “लता स्वरांजलि”

हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ.रूपल अग्रवाल ने कहा कि स्वरकोकिला भारत-रत्न लता मंगेशकर जी एक ऐसी शख्सियत थीं, जिन्होंने संगीत की दुनिया में वो नाम कमाया जो हर किसी के बस की बात नहीं। उन्होंने कहाकि भारतीय संस्कृति की ‘धरोहर’, भारत-रत्न लता मंगेशकर जी आज हमारे बीच नहीं हैं।

11 विभूतियों को मिला ‘हेल्प यू नारी अस्मिता सम्मान-2022’

हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2022 की पूर्व संध्या पर “Gender Equality Today For a Sustainable Tomorrow” के तहत नारी शक्ति को समर्पित ‘हेल्प यू नारी अस्मिता सम्मान-2022’ सम्मान दिया।

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मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी जी के करकमलों से 11 विभूतियों गीतांजलि शर्मा-नई दिल्ली, भावना प्रशान्त मिश्रा- झांसी, सीमा रानी वत्स-नई दिल्ली, प्राची सिंह-लखनऊ, वर्षा वर्मा-लखनऊ, डॉ.ज्ञानवती दीक्षित-सीतापुर, बिंदु जैन- लखनऊ, रूपा पाण्डेय सतरूपा-लखनऊ, मानसी प्रीत-लखनऊ, डॉ.सुरभि शुक्ला-लखनऊ तथा सुनीता राठौर-लखनऊ नारी शक्ति को समर्पित विशिष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए ‘हेल्प यू नारी अस्मिता सम्मान-2022’ से सम्मानित हुए।

सांस्कृतिक कार्यक्रम लता-स्वरांजलि

भारतीय संस्कृति की ‘धरोहर’ स्वरसाम्राज्ञी भारत-रत्न लता मंगेशकर के स्वरों से सुसज्जित गीतों की प्रस्तुति देने वाली गायिकाओं में राखी अग्रवाल, आकांक्षा त्रिपाठी, आकांक्षा सिंह, अनुप्रिया चौधरी, दिपाली सक्सेना, ज्योती शर्मा, कीर्ति मिश्रा, मल्लिका शुक्ला, डॉ.नेहा श्रीवास्तव, निधि शुक्ला निगम, पूजा विमल, शीलू श्रीवास्तव तथा तृप्ति त्रिपाठी हैं l

राखी अग्रवाल ने “आकाश के उस पार भी आकाश है….”, आकांक्षा त्रिपाठी ने “काँटों से खींच के ये आँचल…”, आकांक्षा सिंह ने “प्यार किया तो डरना क्या जब प्यार किया तो डरना क्या…”, अनुप्रिया चौधरी ने “बहारों मेरा जीवन भी सवारों….”, दिपाली सक्सेना ने “तेरे बिना जिया जाए ना…”, ज्योती शर्मा ने “दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया…”, कीर्ति मिश्रा ने “ये गलियाँ ये चौबारा, यहाँ आना न दोबारा…”, मल्लिका शुक्ला ने “ये समा, समा है ये प्यार का…”, नेहा श्रीवास्तव ने “मेरे नैना सावन भादों, फिर भी मेरा मन प्यासा…”, निधि शुक्ला निगम ने “न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया…”, पूजा विमल ने “एक बात कहूँ गर मानो तुम, सपनों में न आना जानो तुम…”, शीलू श्रीवास्तव ने “माई री मैं कासे कहूँ पीर अपने जिया की माई री…”, तृप्ति त्रिपाठी ने “रहें ना रहें हम महका करेंगे, बन के कली, बन के सबा, बाग-ए-वफ़ा में” I अंत में सभी गायिकाओं ने एक साथ “ऐ मेरे वतन के लोगों….” गाकर भारत-रत्न लता मंगेशकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की l

कीबोर्ड पर रिंकू राज, गिटार पर गोपाल गोस्वामी, तबला पर सुभाष शर्मा, इलेक्ट्रॉनिक पैड पर राजेश तिवारी, ढोलक पर अंशु मिश्रा, बेस गिटार पर ललित मैसी ने साथ दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ० अलका निवेदन ने किया।

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