अपने जमाने के दिग्गज एक्टर रहे दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं है, उनके फैन्स अक्सर उन्हें याद करते रहते है। दरअसल, मुंबई के सबसे रिहायशी इलाके पाली हिल में बने उनके आलीशान बंगले को तोड़ने की खबर आ रही है।
इसे एक आवासीय परियोजना में बदलने की तैयारी है। इस पर अभिनेता को समर्पित एक संग्रहालय भी बनाया जाएगा। बंगले का सौदा कितने करोड़ में हुआ है, यह जानकारी नहीं मिली है, इससे पहले आई रिपोर्ट्स में इसकी कीमत 350 करोड़ रुपये बताई गई थी।
यह 1 एकड़ की जमीन में फैला है, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस आवासीय परियोजना का निर्माण क्षेत्र 1.75 लाख वर्ग फुट होगा। निर्माण कार्य शुरू हो गया है। अशर ग्रुप के CMD अजय अशर ने बोला, “हम इसे अगले दो वर्ष में पूरा करने की कोशिश करेंगे।
एक अंग्रेजी अख़बार के अनुसार, स्वर्गीय सुपरस्टार का परिवार इस बंगले को ध्वस्त करने और उसकी जमीन पर 11 मंजिला आवासीय इमारत का निर्माण कराने पर राजी हो गया है। जमीन की बिक्री हो चुकी है और इसे रियल्टी डेवलपर अशर ग्रुप ने खरीदा है।
इसके ग्राउंड फ्लोर में एक्टर के उल्लेखनीय जीवन और उनकी उपलब्धियों को समर्पित एक शानदार संग्रहालय बनाया जाएगा, जिसका दरवाजा आवासीय इमरात से अलग होगा।
इस बंगले पर विवाद तब शुरू हुआ, जब एक लोकल बिल्डर समीर भोजवानी ने यह दावा किया कि प्रॉपर्टी पर मालिकाना हक उसका है। दिलीप एक किराएदार है। 2019 में यह साबित हो गया कि दिलीप ही इस संपत्ति के असली मालिक है।
दिलीप की पत्नी सायरा बानो ने आरोप लगाया था कि बिल्डर फर्जी दस्तावेज बनाकर उनकी जमीन हड़पने की कोशिश कर रहा था। दिलीप ने 1953 में इस बंगले को 1.4 लाख रुपये में खरीदा था।
पाली हिल मुंबई के रिहायशी इलाकों में है। इस इलाके में कई बॉलीवुड स्टार्स जैसे ऋषि कपूर, आमिर खान और संजय दत्त के घर है। दिलीप का बंगला बाहर से ही खूबसूरत नहीं था, इस बंगले का इंटीरियर भी शानदार था।
दिलीप का अपने इस घर से अधिक लगाव रहा, क्योंकि उन्होंने अपना अधिकांश जीवन इसमें बिताया। अपने लंबे करियर में दिलीप सबसे बड़ी और सबसे अधिक कमाई करने वाली भारतीय फिल्मों का हिस्सा रहे।
दिलीप ने 1944 में आई ‘ज्वार भाटा’ से अपने एक्टिंग का आगाज किया। इसके बाद ‘अंदाज’, ‘आन’ और ‘दाग’ जैसी फिल्मों में भी उन्होंने अहम किरदार निभाए। दिलीप को सुपरस्टार के रूप में पहचान 1955 में रिलीज हुई फिल्म ‘देवदास’ से मिली थी।