नई दिल्ली। अखिल भारत हिन्दू महासभा में बीते कई वर्षों से विवादों की उलझी गांठे अब सुलझने लगी है। इन गांठों को सुलझाने में लगे लोगों ने भरोसा जताया है कि हिन्दू महासभा के सभी लोगों को मना लिया जायेगा और पार्टी के सभी नेता एक नेतृत्व में काम करना शुरू कर देंगे।
हिन्दू महासभा के अंदरूनी विवादों की सुझलने लगी है गांठे
इसी क्रम में बीते दिनों पार्टी के एक गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष त्रिदंडीजी महाराज ने दिल्ली के स्थानीय न्यायालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चल रही कानूनी लड़ाई की शुरूआत करने वाले त्रिदंडीजी महाराज ने मुकदमें से पीछे हटने की इच्छा प्रकट करते हुये शपथपत्र दाखिल कर स्वामी चक्रपाणि के समर्थन में खड़े हो गये यानी कि एक तरह से हिन्दू महासभा में एक गुट की समाप्ति हो गयी है।
फिलहाल अखिल भारत हिन्दू महासभा की मजबूती के लिये काम करते रहेगें। हालांकि कोर्ट ने त्रिदंडीजी महाराज की इस बात को नकारते हुये फिलहाज अभी तक किस आधार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहने पर जबाव मांगा है।
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इससे पहले त्रिदंडीजी महाराज ने पार्टी की एकजुटता की ओर कदम बढ़ाते हुये स्वामी चक्रपाणि से मुलाकात की और उन्हें अपना पूरा समर्थन दिया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश इकाई के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी अपने प्रमुख पदाधिकारियों के साथ मौजूद थे।
मुलाकात के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने श्री त्रिदंडीजी महाराज को अपनी लिखित पुस्तक वैदिक चिंतन में मानव मूल्य एवं सेवा भाव पुस्तक भेंट कर स्वामी जी को स्वस्थ और दीर्घायु की कामना किया एवं समर्थन देने के लिए धन्यवाद साधुवाद किया और संगठन से जुड़े रहने का प्रस्ताव दिया
जिस पर स्वामी जी ने स्वीकार किया इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में नगर निगम चुनाव में सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे और इसके लिए चुनाव कमेटी प्रदेश स्तर पर बनाई जाएगी जिसमें ऋषि द्विवेदी जी के नेतृत्व में कमेटी काम करेगी।
जिसमें प्रदेश के हर क्षेत्र से प्रत्याशी तय होंगे और प्रदेश के सभी कर्मठ सदस्य कमेटी में सदस्य होंगे हर जिले में इस तरह की कमेटी बनेगी जो तय करेगी कि किस को प्रत्याशी बनाया जाए यीशु के अनेक लोग उपस्थित थे और सभी ने हिंदू महासभा को एक राजनीतिक विकल्प के रूप में स्वामी चक्रपाणि महाराज के नेतृत्व में आगे ले चलने की शपथ लिया।