शोध पत्र, पेटेंट, उत्पाद एवं संयुक्त अनुसंधान के परिणाम होंगे साझा : डा.जीके गोस्वामी

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट आफ फॉरेन्सिक साइन्स लखनऊ को और अधिक प्रगति देने के लिए मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ से प्राप्त निर्देशों के क्रम में यूपी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइन्स लखनऊ के अपर पुलिस महानिदेशक एवं निदेशक डॉ.जीके गोस्वामी (आईपीएस) ने हैदराबाद में यूपीएसआईएफएस तथा डीएनए फ़िंगरप्रिंटिंग और डायग्नोस्टिक्स केंद्र (सीडीएफडी) के बीच एमओयू हस्ताक्षरित कियाl।

यूपीएसआईएफएस लखनऊ तथा सीडीएफडी हैदराबाद के बीच एमओयू

डॉ.जीके गोस्वामी ने बताया कि  इस महत्वपूर्ण  एमओयू  से दोनों संस्थाओं  के बीच शैक्षणिक गतिविधियां, अनुसंधान गतिविधियों में सहयोग, विभिन्न संगठनों से पेशेवरों का प्रशिक्षण, दोनों संस्थानों के संकायों और छात्रों की आपसी सहमति से शैक्षणिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए कार्य किया जायेगा।

दोनो संस्थानों के प्राध्यापक एवं छात्र एक दूसरे के सहयोग से इस क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर सकेंगेl दोनों संस्थानो के बीच रिसर्च के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक तथा न्यायिक विषयों पर भी शोध कार्य को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।

डॉ.गोस्वामी ने बताया कि इसका प्रमुख उद्देश्य संकायों, विद्वानों और छात्रों के ज्ञान की उन्नति के लिए आपसी सहयोग के लिए यूपीएसआईएफएस और सीडीएफडी हैदराबाद के बीच घनिष्ठ संबंध और कार्यात्मक समन्वय स्थापित करना है।

इस एमओयू से छात्रों को हत्या, यौन उत्पीड़न, पितृत्व, प्रसूति, बच्चे की अदला-बदली, शरीर की पहचान, अंग प्रत्यारोपण आदि से संबंधित कानून-प्रवर्तन एजेंसियों और राज्य और संघीय सरकारों की न्यायपालिका द्वारा अग्रेषित मामलों में डीएनए प्रोफाइलिंग सेवाएं

और डीएनए में कुशल मानव संसाधन विकसित कर देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रोफाइलिंग जैसे विषयों पर कार्य करने तथा सीखने का अवसर मिलेगा। दोनों संगठनों के शोध पत्र, पेटेंट एवं उत्पाद संयुक्त अनुसंधान के परिणाम संयुक्त रूप से आपस मे साझा होंगे l

डॉ.गोस्वामी ने बताया कि यूपीएसआईएफएस और सीडीएफडी हैदराबाद, दोनों संस्थानों के संकाय सदस्यों, वैज्ञानिकों या विशेषज्ञों को वित्त पोषण के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर संयुक्त प्रस्ताव तलाशने और तैयार करने के लिए प्रोत्साहित कर और सुविधाएं प्रदान करेंगे।

यूपीएसआईएफएस और सीडीएफडी हैदराबाद के बीच तकनीकी गतिविधियों और अनुदान साझाकरण पर फंडिंग प्रस्ताव पर भी पारस्परिक सहमति होगी। फोरेंसिक विज्ञान, कानून और अन्य विज्ञान से जुड़े अनुसंधान, अंतःविषय पीएचडी यूपीएसआईएफएस और सीडीएफडी हैदराबाद दोनों पक्षों के संकाय सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से पर्यवेक्षण किया जायेगा।

डॉ.गोस्वामी ने बताया कि प्रत्येक संस्थान के संकाय सदस्यों को महत्वपूर्ण सेमिनारों, सम्मेलनों और विभिन्न स्तरों पर शिक्षण के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

इस तरह के सहयोग से यूपीएसआईएफएस, लखनऊ और सीडीएफडी हैदराबाद दोनों के अनुसंधान विद्वान और शिक्षण संकाय, सहयोगात्मक अनुसंधान कार्य करने की संभावना तलाशेंगे और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों, सरकार और अन्य फंडिंग एजेंसियों से वित्त पोषण के लिए भी आवेदन करेंगे।

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हैदराबाद में हुए इस एमओयू से सीडीएफडी के रिसर्च सहित अन्य विषयों के अनुभवों का लाभ यूपीएसआईएफएस संस्थान से जुड़े छात्र एवं प्राध्यापक प्राप्त कर सकेंगे एवं भविष्य में रिसर्च कार्य को बढ़ावा दे सकेंगेl

उन्होंने बताया कि इस अवसर पर डीएनए फ़िंगरप्रिंटिंग और डायग्नोस्टिक्स केंद्र (सीडीएफडी) की निदेशक डा.संगीता मुखोपाध्याय, डॉ.मधुसूदन रेडडी सहित अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिक उपस्थित रहेl यूपीएसआईएफएस का किसी महत्वपूर्ण संस्थान से यह दूसरा एमओयू था।

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