राष्ट्रीय जूनियर बालिका हैंडबॉल: यूपी ने रचा इतिहास, पहली बार जीता खिताब

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लखनऊ। मेजबान उत्तर प्रदेश ने तालमेल भरे खेल और बेहतर रणनीति की बदौलत 47वीं राष्ट्रीय जूनियर बालिका हैंडबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में हिमाचल प्रदेश को करीबी मुकाबले में 19-17 से हराकर पहली बार विजेता होने का गौरव हासिल किया।

47वीं राष्ट्रीय जूनियर बालिका हैंडबॉल चैंपियनशिप

हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश हैंडबॉल एसोसिएशन के 50वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में केडी सिंह बाबू स्टेडियम के भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी बहुउद्देश्यीय हाल में आयोजित चैंपियनशिप के समापन व पुरस्कार वितरण समारोह

में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने विजेता व उपविजेता टीमों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। आज समारोह में विशिष्ट अतिथि के.रविंद्र नायक (आईएएस, प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन) की भी गरिमामयी मौजूदगी रही।

फाइनल में हिमाचल प्रदेश को करीबी मुकाबले में 19-17 से किया पराजित

मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने उत्तर प्रदेश की विजेता टीम को बधाई देते हुए कहा कि आपने इस ऐतिहासिक जीत के साथ प्रदेश को गर्व का अवसर दिया है।

खिलाड़ियों ने संघर्ष और अनुशासन के बल पर खुद को साबित किया है। यह सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि प्रदेश में खेल संस्कृति के उत्थान का प्रतीक है। सरकार खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को सर्वोत्तम सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।

उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए आयोजन समिति के अध्यक्ष विधायक ओपी श्रीवास्तव (लखनऊ पूर्वी विधानसभा) ने अतिथिगण का स्वागत करते हुए कहा कि यह चैंपियनशिप न केवल खेल प्रतिभाओं को निखारने का मंच बनी, बल्कि युवा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करने का भी अवसर प्रदान किया। मैं सभी प्रतिभागियों और अतिथियों का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करता हूँ।

अंत में हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के कार्यकारी निदेशक डा.आनन्देश्वर पाण्डेय (महासचिव, उत्तर प्रदेश हैंडबॉल एसोसिएशन) ने आभार जताया। उन्होंने विजेता उत्तर प्रदेश टीम को बधाई देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की टीम ने शानदार खेल भावना और अनुशासन का परिचय दिया।

वहीं हिमाचल प्रदेश ने भी उम्दा खेल दिखाया। उत्तर प्रदेश का पहली बार खिताब जीतना सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि प्रदेश में हैंडबॉल के उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ता कदम है। हम खिलाड़ियों के समर्पण और मेहनत की सराहना करते हैं।

इस अवसर पर हैंडबॉल एसोसिशन इंडिया के कोषाध्यक्ष विनय कुमार सिंह, उत्तर प्रदेश हैंडबॉल एसोसिशन के संयुक्त सचिव परमेंद्र सिंह, लखनऊ मंडल के क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी अनिमेष सक्सेना, लखनऊ जिला हैंडबॉल एसोसिएशन के सचिव डा.सुमंत पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी भी मौजूद रहे।

आज फाइनल मुकाबले में उत्तर प्रदेश ने शानदार खेल दिखाया और पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए शानदार जीत दर्ज की। पहले हॉफ में दोनों ही टीमों ने तेजतर्रार आक्रमण किए लेकिन हिमाचल प्रदेश की खिलाड़ी अपनी चुस्ती के चलते भारी पड़ी और 10-8 से बढ़त बना ली।

दूसरे हॉफ में उत्तर प्रदेश ने प्रतिद्वंद्वी के तेज अटैक का जवाब संयम भरा खेल दिखाते हुए दिया और गोल दागते हुए मैच पर अपनी पकड़ मजबूत बना ली। इस दौरान हिमाचल प्रदेश की खिलाड़ियों ने कई महत्वपूर्ण मौके भी गंवाए।

वहीं उत्तर प्रदेश की गोलकीपर निहारिका ने भी दमदार खेल दिखाते हुए प्रतिद्वंद्वी के कई अटैक को विफल कर दिया। मेजबान की ओर से नैना ने प्रतिद्वंद्वी के खेमे में सेंध लगाते हुए सर्वाधिक 6 गोल दागे। उनका रेशमा, सुमन, प्रीति व अनन्या ने बखूबी साथ दिया और 3-3 गोल करते हुए टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचाया।

वहीं दिया को एक गोल करने में सफलता मिली। हिमाचल प्रदेश से जस्सी ने 6, काजल ने 5, कृतिका ने 4 और नितिका व मुस्कान ने 1-1 गोल करने में सफलता हासिल की।

उत्तर प्रदेश टीम के कोच मोहम्मद तौहीद (अंतर्राष्ट्रीय कोच) ने बताया कि उत्तर प्रदेश ने चैंपियनशिप के इतिहास में पहली बार स्वर्ण पदक जीता है।

हमने जीत के लिए दूसरे हॉफ में बेहतर रणनीति के साथ खेला और बेहतर डिफेंस पर भी फोकस किया। इसके साथ ही यह भी ध्यान दिया कि कोई चूक न हों। उत्तर प्रदेश की टीम ने पिछले संस्करण में कांस्य पदक जीता था।

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