तीन गोल्ड के नायक नितेश, पैरा बैडमिंटन टीम ने 27 पदकों से रचा इतिहास

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लखनऊ। लखनऊ के अबु हुबैदा के व्हीलयेर श्रेणी में देश को दिलाए पहले एतिहासिक पदक के साथ भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम ने थाईलैंड में आयोजित एशियन पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया।

एशियन पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में भारत ने जीते 4 स्वर्ण, 10 रजत और 13 कांस्य पदक

भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 27 पदक जीतकर न सिर्फ नई ऊंचाई हासिल की, बल्कि एशियाई मंच पर भारत की ताकत को मजबूती से दर्ज किया। इस चैंपियनशिप में में भारत ने 4 स्वर्ण, 10 रजत और 13 कांस्य पदक जीते। टीम की परफॉर्मेंस न सिर्फ आंकड़ों में भारी रही, बल्कि जुनून और जज़्बे में भी बेमिसाल रही।

इस दौरान ने नितेश कुमार ने पुरुष एकल SL3 वर्ग में स्वर्ण जीत भारत को शुरुआत में बढ़त दिलाई। फिर नितेश ने तुलसीमति मुरगेसन के साथ मिलकर मिक्स्ड डबल्स SL3-SU5 और सुकांत कदम के साथ मेंस डबल्स SL3-SL4 में भी स्वर्ण पदक जीता। वहीं मनीषा रामदास ने महिला एकल SU5 में शानदार खेल दिखाकर भारत की झोंली में चौथा स्वर्ण पदक डाला।

बात अगर अबु हुबैदा के कांस्य पदक की बात करें तो लखनऊ के इस खिलाड़ी ने प्रेम आले के साथ जोड़ी बनाकर खेलते हुए पुरुष युगल डब्लूएच 1- डब्लूएच 2 में सफलता हासिल करते हुए धमाल मचा दिया जो बीडब्लूएफ की इस स्तर की प्रतियोगिता में व्हीलचेयर श्रेणी में किसी भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी की पहली सफलता है।

अबु व प्रेम को सेमीफाइनल में जापान की जोड़ी ने 21-10, 21-10 से हराया। स्वर्ण के अलावा अन्य पदक विजेताओं की बात करें तो भारतीय खिलाड़ियों ने 10 रजत पदक जीते जिसमें कृष्णा नागर व निथ्या ने XD SH6, मंदीप कौर ने WS SL3, पलक कोहली ने WS SL4,

रूथिक रघुपति व मानसी जोशी ने XD SL3-SU5, नित्या श्री ने WS SH6, नित्या श्री व रचना पटेल ने WD SH6, सूर्यकांत यादव ने MS SL4, जगदीश डिल्ली व नवीन शिवकुमार ने MD SL3-SL4, रूथिक रघुपति व हार्दिक मक्कड़ ने MD SU5 और मानसी जोशी व तुलसीमति मुरगेसन ने WD SL3-SU5 में सफलता हासिल की।

वहीं कांस्य पदक विजेताओं में मानसी जोशी (WS SL3), नवीन शिवकुमार (MS SL4), अभिजीत सकुजा व अर्बाज़ अंसारी (MD SL3-SL4), उमेश विक्रम कुमार (MS SL3), प्रेम आले व अबु हुबैदा (MD WH1-WH2), अल्फिया जेम्स व पल्लवी कलुवेहल्ली (WD WH1-WH2),

तुलसीमति मुरगेसन, कृष्णा नागर (MS SH6), कृष्णा नागर व डी. पांडुरंगन (MD SH6), चिराग बरेठा व मंदीप कौर (XD SL3-SU5), चिराग बरेठा व राजकुमार (MD SU5), अल्फिया जेम्स (WS WH2) और मनीषा व मंदीप (WD SL3-SU5) ने हराया।

वहीं भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच द्रोणाचार्य अवार्डी पद्मश्री गौरव खन्ना ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने भारत को पैरा बैडमिंटन के एशियाई मानचित्र पर शीर्ष पंक्ति में ला खड़ा किया है।

खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने साबित कर दिया कि भारतीय पैरा शटलर किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटते। हम अब इन खिलाड़ियों से वर्ल्ड चैंपियनशिप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं।

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