नॉर्थ ईस्ट यूनाइटेड बनाम डायमंड हार्बर, फाइनल में अनुभव व जुनून की टक्कर

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कोलकाता : शनिवार को विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में 134वें इंडियन ऑयल डूरंड कप का भव्य फाइनल खेला जाएगा, जहां डिफेंडिंग चैंपियंस नॉर्थ ईस्ट यूनाइटेड एफसी का सामना डेब्यू में सनसनी मचाने वाली डायमंड हार्बर एफसी से होगा।

यह टक्कर मौजूदा चैंपियंस के अनुभव और निरंतरता बनाम नए प्रवेशकों की निडर और ऐतिहासिक दौड़ के बीच होगी। एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट का एक नया अध्याय लिखने के लिए मंच तैयार है। मुकाबला शाम 5:30 बजे से शुरू होगा।

नॉर्थ ईस्ट यूनाइटेड का फाइनल तक सफर

‘हाइलैंडर्स’ लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचे हैं। इस अभियान में उन्होंने लचीलापन, अनुशासन और शानदार खेल का परिचय दिया। ग्रुप ई में शीर्ष पर रहते हुए उन्होंने शिलॉन्गलाजोंग (2-1), मलेशियनआर्म्डफोर्सेज़ (3-1) को हराया और रंगदाजीद यूनाइटेड से (2-2) ड्रॉ खेला।

क्वार्टर फाइनल में उन्होंने बोडोलैंड एफसी को 4-0 से मात दी, जिसमें मोरक्कन स्ट्राइकर अलाअद्दीन अजाराई का गोल स्कोरिंग फॉर्म जारी रहा। शिलॉन्ग में सेमीफाइनल सख्त संघर्ष वाला मुकाबला रहा।

जोशीलीला जोंग टीम के खिलाफ 36वें मिनट में स्थानीय स्टार रिडीमत्लांग के शानदार गोल ने नॉर्थईस्ट को 1-0 की जीत दिलाई और फाइनल का टिकट कोलकाता तक पहुंचाया।

टूर्नामेंट में सात गोल के साथ शीर्ष स्कोरर रहे अजाराई सेमीफाइनल में शांत दिखे, लेकिन डिफेंडर मिगुएलजबाको की सटीकता और गोल कीपर गुरमीत सिंह की मजबूती ने टीम की जीत सुनिश्चित की। कप्तान जबाको ने कहा, “हमें फाइनल जीतने के लिए बेहद सतर्क और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। उन्होंने कई बड़ी टीमों को हराया है।”

डायमंड हार्बर एफसी का सफर

अगर नॉर्थ ईस्ट यूनाइटेड का अभियान अपनी बादशाहत बचाने का है, तो डायमंड हार्बर की कहानी किसी सपने से कम नहीं। डूरंड कप में डेब्यू करने वाली किबुविकुनाकी टीम ने हरचरण में उम्मीदों को ध्वस्त किया।

आईलीग 2 चैंपियंस ने अपने अभियान की शुरुआत पूर्व विजेता मोहम्मडन एससी को 2-1 से हराकर की, इसके बाद बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स एफटी को 8-1 से रौंद डाला।

हालांकि, मोहन बागान से 1-5 की हार झेलनी पड़ी, लेकिन गोल अंतर के चलते वे सर्वश्रेष्ठ दूसरे स्थान की टीम बनकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए।

वहां उन्होंने जमशेदपुर एफसी को 2-0 से हराकर इरादे जताए और फिर सेमीफाइनल में 16 बार के चैंपियन ईस्ट बंगाल को 2-1 से मात देकर इतिहास रच डाला।

स्पेनिश डिफेंडर मिकेल इडिया केज़ के शानदार बैक-वॉली और जोबी जस्टिन के देर से किए गोल ने फाइनल का रास्ता खोला, जबकि गोल कीपर मिर्शाद मिचू ने अपने पूर्व क्लब के खिलाफ मैच का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया।

स्लोवेनियाई स्ट्राइकर लुकामज़चेन (4 गोल) टीम के मुख्य निशानेबाज़ हैं, वहीं जोबी की तेज़ रफ्तार और विकुना की रणनीति कल चीलापन उन्हें बेहद ख़तरनाक बनाती है।

दोनों कोचों की राय

नॉर्थ ईस्ट यूनाइटेड के मुख्य कोच जुआनपेद्रोबेनाली ने कहा, “डायमंड हार्बर ने ईस्ट बंगाल को हराया, जो फेवरिट मानी जा रही थी। मैंन हीं मानता कि हम फेवरिट हैं। फाइनल में कोई भी टीम अच्छी या बुरी नहीं होती। यह एक मानसिक खेल है।

मुझे लगता है कि जो टीम मानसिक रूप से मज़बूत होगी, वही जीतेगी।” डायमंड हार्बर एफसी के कोच किबुविकुना ने कहा, “हम चैंपियंस के खिलाफ खेल रहे हैं, जिनकी टीम बेहद मज़बूत है।

हम तैयार हैं लेकिन विनम्रता से शुरुआत कर रहे हैं। दबाव एक सौभाग्य है। हम पर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं है। डुरंड कप फाइनल खेलना अपने आपमें एक विशेष अवसर है।”

शैली का टकराव

शनिवार का मुकाबला दो अलग-अलग शैलियों का दिलचस्प संघर्ष होगा। नॉर्थ ईस्ट यूनाइटेड संरचितबिल्ड-अप, मिड फील्ड पर एंडी रोड्रिग्ज़ और चेमानुनेज़ का नियंत्रण और अजाराई की धारदार फिनिशिंग पर निर्भर है।

दूसरी ओर, डायमंड हार्बर की ताक़त उनकी अप्रत्याशित शैली है, जिसमें मज़चेन का होल्ड-अपप्ले, जो बीकी सीधी दौड़ और सैमुअल व पॉलकामिड फील्ड वर्क रेट शामिल है।

रक्षा में हाइलैंडर्स अधिक संतुलित नज़र आते हैं—पूरे अभियान में सिर्फ चार गोल खाए हैं। लेकिन डायमंड हार्बर ने भी समय पर बड़े प्रदर्शन किए हैं, जिसमें मिर्शाद गोल पोस्ट पर और मेलरॉय असिसी जैसे अनुभवी खिलाड़ी निर्णायक भूमिका निभाते आए हैं।

क्या दांव पर है

यह मुकाबला सिर्फ खिताब तय करने वाला नहीं, बल्कि दोनों टीमों के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है। नॉर्थ ईस्ट यूनाइटेड के लिए जीत का मतलब लगातार दूसरी डूरंड कप ट्रॉफी होगी, और वे भारतीय फुटबॉल के दिग्गजों की सूची में शामिल हो जाएंगे।

पिछले 24 सालों में कोई भी टीम खिताब बचाने में सफल नहीं रही है। आखिरी बार ईस्ट बंगाल ने 1989, 1990 और 1991 में लगातार तीन खिताब जीते थे।

ये भी पढ़ें : डेब्यू सीज़न में डायमंड हार्बर की सेमीफाइनल की होड़ में ईस्ट बंगाल से टक्कर 

डायमंड हार्बर के लिए भी यह फाइनल ऐतिहासिक होगा। अपने पहले ही डुरंड कप में फाइनल तक पहुंचना अपने आप में एक उपलब्धि है। अगर वे हाइलैंडर्स को मात देते हैं, तो वे आधुनिक दौर में एशिया की सबसे पुरानी फुटबॉल ट्रॉफी जीतने वाली पहली डेब्यू टीम बन जाएंगे।

विजेता को रिकॉर्ड ₹1.21 करोड़ का इनाम

कोलकाता : एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट के 137 साल के इतिहास में पहली बारविजेता को रिकॉर्ड ₹1.21 करोड़ की इनामी राशि मिलेगी।

डूरंड कप ऑर्गनाइजिंग कमेटी (डीसीओसी) ने शनिवार, 23 अगस्त 2025 को कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में होने वाले भव्य फाइनल से पहले पूरी इनामी राशि का ब्योरा साझा किया। इस मुकाबले में मौजूदा चैंपियन नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी का सामना डेब्यू कर रही डायमंड हार्बर एफसी से होगा।

इससे पहले इस वर्ष की शुरुआत में डीसीओसी ने 250% की बढ़ोतरी का ऐलान किया था—जिससे इनामी राशि पिछले संस्करण के ₹1.2 करोड़ से बढ़ाकर इस बार टूर्नामेंट रिकॉर्ड ₹3 करोड़ कर दी गई।

इनामी राशि का विवरण:
  • विजेता – ₹1.21 करोड़ (पूल का 40%)
  • उपविजेता – ₹60 लाख (20%)
  • हारने वाले सेमीफाइनलिस्ट – प्रत्येक ₹25 लाख (8.3%)
  • हारने वाले क्वार्टरफाइनलिस्ट – प्रत्येक ₹15 लाख (5%)
  • व्यक्तिगत पुरस्कार – गोल्डन बॉल (टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी), गोल्डन बूट (सर्वाधिक गोल करने वाला खिलाड़ी) और गोल्डन ग्लव्स (सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर) को ₹3 लाख प्रत्येक, साथ ही एक नई महिंद्रा XUV 3XO एसयूवी दी जाएगी।

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