पटना। बिहार पुलिस के लिए शुक्रवार का दिन काफी बड़ा रहा। बिहार पुलिस के जाबांज जवानों ने कई संगीन मामलों में आरोपित एक इनामी कुख्यात अपराधी को मार गिराया।
जिस कुख्यात अपराधी को पुलिस ने ढेर किया है उसका नाम प्रमोद यादव है। उसका बिहार के कई जिलों में आतंक था। पुलिस ने आखिरकार उसे मार ही गिराया। उस पर पुलिस ने 3 लाख का इनाम रखा था। इस बड़ी कामयाबी को बिहार पुलिस के लिए साल 2024 में एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।
सीमांचल व कोसी क्षेत्रों के साथ-साथ राज्य के कई इलाकों में जमाना चाहता था अपनी धाक
बिहार STF एवं मधेपुरा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 3 लाख रुपए का इनामी कुख्यात वांछित अपराधी प्रमोद यादव, पिता- स्व. जयनारायण यादव पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
मधेपुरा जिले के बिहारीगंज थाना क्षेत्र के हथिऔंधा सिन्दुरिया टोला के प्रमोद यादव का काफी लंबा आपराधिक इतिहास रहा है।
उसपर पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा एवं कटिहार रेल जिले के विभिन्न थानों में 20 से भी अधिक कांड दर्ज हैं, जिनमें हत्या, डकैती, रंगदारी, लूट, आर्म्स एक्ट, पुलिस पर हमला जैसे कई गंभीर अपराध शामिल हैं। साथ ही रांची के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू से उसका सीधा संबंध था और उसके गुर्गों को वह पनाह देता था।
छापेमारी के दौरान प्रमोद यादव व उसके गैंग ने पुलिस टीम पर की फायरिंग
बिहार पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव की गिरफ्तारी को लेकर STF की टीम मधेपुरा पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी करने पहुंची थी।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में ढेर हुआ दुर्दांत अपराधी
पुलिस को देखकर प्रमोद यादव व उसके गैंग ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में गिरोह का सरगना प्रमोद यादव मारा गया।
घटनास्थल से कारबाइन, 2 पिस्टल, तथा कई राउंड जिंदा कारतूस बरामद हुआ। घटनास्थल पर वरीय पुलिस पदाधिकारी और FSL की टीम पहुंच चुकी है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
कभी पुलिस टीम पर हमला तो कभी खुद पुलिस बनकर देता था घटना को अंजाम
वर्ष 2020 के जनवरी माह में हथियार से लैस प्रमोद यादव गैंग ने पूर्णिया जिले के धमदाहा थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया था। उसी वर्ष जून माह में जमीन पर अवैध कब्जा करने को लेकर वह पुलिस बनकर आया और अपने गांव हथिऔंधा के ही इन्द्रदेव की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
घटनास्थल से कारबाइन, 2 पिस्टल, तथा कई राउंड जिंदा कारतूस हुआ बरामद
वहीं, वर्ष 2021 में उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पूर्णिया जिले के बड़हारा थाना क्षेत्र के मोजमपट्टी गांव के अरुण कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जो अपनी पत्नी के हत्याकांड के मुख्य गवाह थे।
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