अयोध्या मंदिर परिसर में 11 जनवरी को मातृशक्तियां करेंगी सुंदरकांड पाठ

0
38

लखनऊ। “ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति” की सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल की अगुआई में रविवार 29 दिसम्बर को सनातन मातृशक्तियों की आध्यात्मिक संगोष्ठी का आयोजन भूतनाथ मार्केट के बी-209, सावित्री प्लाजा में किया गया।

इस अवसर पर ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति” की सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल ने बताया कि श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर अयोध्या के मंदिर परिसर में 11 जनवरी को प्रदेश भर से आमंत्रित पांच सौ मातृशक्तियों द्वारा सामूहिक सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा।

इसमें लखनऊ ही नहीं मिश्रिख, रायबरेली, कानपुर, बरेली, शाहजहांपुर, बनारस, अम्बेडकरनगर, सुल्तानपुर सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से मातृशक्तियां भाग लेंगी। इसके साथ ही सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल की अगुआई में 5 जनवरी को बाराबंकी के अम्बौर में वृहद सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा।

इस अवसर पर महाकुंभ के माध्यम से जगत कल्याण हो, इस कामना के साथ मंगल कलश पूजन भी किया। लोगों का आवाहन किया गया कि वह अधिक से अधिक संख्या में महाकुंभ पहुंचे। इसके साथ ही नूतन वर्ष 2025 की मंगल कामना के साथ कैलेंडर भी वितरित किये गए।

सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल ने संगोष्ठी में बताया कि मंगलवार 17 दिसम्बर को अयोध्याजी मंदिर परिसर में चतुर्थ सामूहिक मासिक सुंदरकांड का पाठ किया गया था। इसके साथ ही पहली बार सैकड़ों सनातनी मातृशक्तियों ने रविवार 01 दिसम्बर को वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सुंदरकांड का पाठ कर विश्व कल्याण और भारत उन्नति की कामना की।

सपना गोयल के अनुसार सुंदरकांड के नियमित पाठ से केवल सनातनियों का ही नहीं बल्कि हर समाज के अनुयायियों का कल्याण सम्भव है। सुंदरकांड के पाठ में सुंदर विश्व की कामना का भाव निहित है। सपना गोयल के अनुसार प्रतिदिन सुंदरकांड के पाठ और सप्ताह में दो बार, मंगलवार और शनिवार को नजदीक के मंदिर में सामूहिक सुंदरकांड करने से उनके परिवार का ही नहीं समाज का भी उत्थान होगा।

उन्होंने बताया कि श्री सुंदरकांड का पाठ करने से जीवन में आ रही सभी प्रकार की परेशानियां शीघ्र ही दूर होती हैं और साधक को बल, बुद्धि और विद्या सहित सुख-संपत्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

उनके अनुसार यदि किसी कार्य विशेष में तमाम प्रयासों के बाद भी सफलता नहीं मिल पा रही है तो व्यक्ति को सुंदरकांड का पाठ अवश्य करना चाहिए। इससे भक्त में आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति का वर्धन होगा और समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।

अयोध्याजी जन्मभूमि परिसर में मातृशक्तियों द्वारा सामूहिक “मासिक सुंदरकाण्ड पाठ” का सिलसिला 11 सितम्बर से शुरू हो गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से लखनऊ की “ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति” की सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल को इसका दायित्व सौंपा गया है।

ये भी पढ़ें : नौसेना एनसीसी : संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर, ग्रैंड फिनाले के साथ समापन

इसके साथ ही संकल्प के अनुसार जल्द ही अयोध्याजी में पांच हजार मातृशक्तियों द्वारा सामूहिक सुंदरकांड पाठ का वृहद आयोजन भी किया जाएगा। सपना गोयल द्वारा बिना किसी सरकारी या निजी सहयोग के, बीते 10 मार्च को महिला दिवस के उपलक्ष्य में पांच हजार से अधिक मातृशक्तियों द्वारा लखनऊ के झूलेलाल घाट पर सामूहिक सुंदरकांड का भव्य अनुष्ठान सम्पन्न करवाया गया था।

सामूहिक सुंदरकांड का अभियान राष्ट्रीय स्तर पर वृहद रूप में निरंतर संचालित किया जा रहा है। इसके तहत नैमिषारण्य तीर्थ और उत्तराखंड कोटद्वार के प्रतिष्ठित प्राचीन मंदिर सिद्धबली परिसर में भी सामूहिक सुंदरकांड पाठ का अनुष्ठान, सफलतापूर्वक आयोजित करवाया जा चुका है। इस क्रम में हरिद्वार तीर्थ में भी यह आयोजन किया जाना है। यह अभियान देश ही नहीं विदेशों तक में संचालित किया जा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here