मनुष्य को नफरत का मार्ग छोड़कर प्रेम के मार्ग पर चलना चाहिए

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लखनऊ। “अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस- 2022” के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा “आत्म शांति से विश्व शांति” कार्यक्रम का आयोजन ट्रस्ट के इंदिरा नगर कार्यालय में किया गया।

“आत्म शांति से विश्व शांति” कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल तथा न्यासी डॉ.रूपल अग्रवाल ने शांति प्रतीक के रूप में श्वेत गुब्बारों को हवा में छोड़कर सभी से आत्म शांति बनाये रखने, भाईचारे और मिलजुलकर रहने की अपील की।

ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, “विश्‍व शांति का अर्थ केवल हिंसा न होना नहीं है, बल्कि ऐसे समाजों का निर्माण है जहां सभी को यह अहसास हो कि वे आगे बढ़ सकते हैं और फल-फूल सकते हैं, हमें एक ऐसी दुनिया का निर्माण करना है, जहां सभी के साथ उनकी जाति, नस्‍ल, धर्म की परवाह किए बिना समान व्यवहार किया जाए।

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जहाँ लोगों के मन में शांति व एकता की भावना हो, न कि द्वेष और बैर की क्योंकि जब मन में शांति होगी, विचारों में शांति होगी, तभी विश्व में शांति और सद्भावना का परचम फहराया जा सकता है। ट्रस्ट की न्यासी डा.रूपल अग्रवाल ने कहा कि, “हमें यह समझना होगा कि इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है।

मानव कल्याण की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। भाषा, संस्कृति, पहनावे भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, लेकिन विश्व
के कल्याण का मार्ग एक ही है।  मनुष्य को नफरत का मार्ग छोड़कर प्रेम के मार्ग पर चलना चाहिए।

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