लखनऊ। देश व प्रदेश के लिए खेलने का सपना और टॉयलेट में लंच, यह वाक्या है सहारनपुर के डा.भीमराव अम्बेडकर स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय सब जूनियर बालिका कबड्डी प्रतियोगिता का, जहां एक वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया क्योंकि टायलेट में रखा खाना खिलाड़ी लंच में खाते दिखे।
मामला सहारनपुर में हुई कबड्डी प्रतियोगिता का, वायरल वीडियो सामने आने के बाद एक्शन
हालांकि बात पुरानी है लेकिन इस मामले से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया में सामने आने के बाद मंगलवार को प्रदेश शासन की ओर से बड़ी कार्यवाही करते हुए जनपद के क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी (आरएसओ) अनिमेष सक्सेना को निलंबित कर दिया गया।
तो दूसरी ओर इस मामले में यूपी कबड्डी एसोसिएशन का एक पत्र भी सामने आ रहा है जिसमें एसोसिएशन ने इस मामले में पल्ला झाड़ते हुए प्रतियोगिता के दौरान भोजन व अन्य व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए उसे उच्चस्तरीय करार दिया लेकिन वीडियो कुछ और ही कहानी कह रहा है।
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी को किया निलंबित, मामले की जांच का जिम्मा जिलाधिकारी सहारनपुर को
दरअसल गत 16 से 18 सितंबर तक सहारनपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में राज्य स्तरीय सब जूनियर बालिका कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई थी जहां टॉयलेट में खाना खाने का वीडियो सामने आया था और वीडियो को दो से तीन दिन पुराना कहा जा रहा है। इस प्रतियोगिता में लगभग 300 से ज्यादा खिलाड़ियों ने भाग लिया था।
इस मामले में शासन स्तर पर वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी अनिमेष सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए मामले की जांच जिलाधिकारी सहारनपुर को सौंप दी गई है।
यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव (खेल), डा.नवनीत सहगल ने बताया कि खाना बनाने व खिलाड़ियों को उपलब्ध कराने वाले ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करते हुए भविष्य में काम न देने की संख्त चेतावनी दी गई है।
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इसके साथ ही क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी के अधीनस्थ इस कार्यक्रम में खाना परोसने वाले विभागीय कर्मियों को विशेष प्रतिकूल प्रविष्ट देने के निर्देश खेल निदेशक को दिया। डा.सहगल ने प्रदेश के सभी क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी कि खिलाड़ियों को सुविधा देने में कोई भी लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
अंडर-17 स्टेट लेवल कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान सहारनपुर के डॉ भीमराव अम्बेडकर स्टेडियम में खिलाड़ियों को टॉयलेट में लंच कराया गया…
टूर्नामेंट के लिए प्रदेशभर से 300 से अधिक खिलाड़ी और करीब दो दर्जन अधिकारी यहां पहुंचे थे…#UP pic.twitter.com/86uZl0sWAE
— NDTV India (@ndtvindia) September 20, 2022
वहीं इस मामले में खेल विभाग ने भी अपनी आंतरिक जांच समिति बनाई है। खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने बताया कि इस मामले के लिए जांच कमेटी गठित कर दी गयी है और जो दोषी होगा उसके खिलाफ एक्शन होगा। मामले में जांच अधिकारी आरएन सिंह बनाए गए है।
वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खिलाड़ियों को दिया खाना अच्छी क्वालिटी का नहीं था। दाल, सब्जी, चावल कच्चे थे और भोजन स्वीमिंग पूल के पास बनाया गया था। हालांकि क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी अनिमेष सक्सेना का तर्क था कि जब खाना बना तो हलवाई के चावल खराब आ गए थे, उस चावल को फिंकवा दिया गया और दोबारा चावल बनवाया गया।
हालांकि टॉयलेट में खाना बनवाने पर क्रीड़ाधिकारी ने गोल मोल जवाब देते हुए बारिश का तर्क देते हुए अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि स्टेडियम में हर ओर निर्माण कार्य चल रहा था। इसके चलते हमने स्विमिंग पुल के चेंजिंग रूम में खाना बनवाया था जबकि वायरल वीडियो में कुछ और मामला दिख रहा है।